आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण में बाबू के पद के लिए होने वाली पदोन्नति की परीक्षा विवादों में घिरती नजर आ रही है। बुधवार को कर्मचारियों ने एलडीए सचिव से मुलाकात कर परीक्षा के दौरान होने वाले टाइपिंग टेस्ट के लिए कम से कम चार महीनें का समय देने की मांग की है। कर्मचारियों का तर्क था परीक्षा में भाग लेने वाले चतुर्थ श्रेणी के 365 कर्मचारियों में आधे से ज्यादा टाइपिंग करना ही नहीं जानते हैं, ऐसे में वो परीक्षा में भाग लेने से पहले ही छट जाएंगे जो न्याय संगत नहीं होगा।
एलडीए कर्मचारी संघ और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अधिकारी/कर्मचारी कल्याण समिति के पदाधिकरियों के साथ सचिव के पास अपनी मांग लेकर पहुंचे कर्मचारियों का कहना था उन्हें दो दिन पहले ही तहसीलदार अधिष्ठान का पत्र प्राप्त करने के बाद जानकारी हुई है कि अगामी 20 जनवरी को होने वाली पदोन्नति की परीक्षा के दौरान टाइपिंग टेस्ट देना है, जबकि इतनी जल्दी टाइपिंग सीख पाना कर्मचारियों के लिए संभव नहीं है, हालांकि करीब आधे घंटे की वार्ता के बाद बात नहीं बनने पर कर्मचारी लौट गए।
वीसी कैंप में दे चुके हैं मांग पत्र, कल करेंगे मुलाकात
वहीं कर्मचारियों ने बताया कि उन लोगों ने मंगलवार को इस संबंध में एलडीए उपाध्यक्ष से गुहार लगाने की कोशिश की थी, हालांकि वीसी के कार्यालय में नहीं होने के चलते मुलाकात नहीं हो सकी थी, जिसके बाद उन्होंने अपना प्रार्थना पत्र वीसी कैंप में रिसीव करा दिया था।
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सचिव से वार्ता विफल होने पर कर्मचारी संघ के महामंत्री दिनेश शुक्ला का कहना था कि अब वो लोग गुरुवार को एलडीए उपाध्यक्ष से मुलाकात कर परीक्षा को कुछ महीनों के लिए स्थागित करने के लिए निवेदन करेंगे। जिससे कि परीक्षा देने का इच्छुक कोई भी कर्मचारी मात्र टाइपिंग की वजह से पदोन्नति की इस महत्वपूर्ण परीक्षा में भाग लेने से वंचित न रहने पाए।
जाने क्या है मामला-
खाली चल रहे बाबूओं के 17 पदों के लिए अगामी 20 जनवरी को एलडीए की ओर से 40 नंबर की परीक्षा आयोजित की जा रही है। जिसमें किसी विषय पर निबंध लिखने के साथ ही परीक्षा में भाग लेने वाले कर्मचारियों को सामान्य ज्ञान से जुड़े बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। इसके अलावा उनका टाइपिंग टेस्ट भी लिया जाएगा, जिसके लिए एक मिनट में कम से कम 25 शब्द लिखने की एलडीए की ओर से स्पीड निर्धारित की गयी है, हालांकि इस टेस्ट को टाइपराइटर पर भी देने की कर्मचारियों को छूट दी गयी है।
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परीक्षा तय मानक और नियमों के आधार पर कराई जा रही है। कर्मचारियों को भी परीक्षा के बारे में एक महीना पहले ही बताया जा चुका था। कुछ कर्मचारियों ने टाइपिंग के लिए समय मांगा था, लेकिन तैयारी लगभग पूरी होने की वजह से परीक्षा को और टाला नहीं जा सकता। एमपी सिंह, एलडीए सचिव
परीक्षा कराने की जिम्मेदारी सचिव को दी गयी है। फिलहाल मुझे कर्मचारियों का ऐसा कोई मांग पत्र नहीं मिला है। पत्र या फिर कर्मचारियों के मिलने पर ही इस बारे में कोई कमेंट कर पाऊंगा। प्रभु एन सिंह, एलडीए उपाध्यक्ष