आरयू वेब टीम।
नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में कड़ी सुरक्षा के मध्य गुरुवार को सुबह राज्य के सभी 27 जिला मुख्यालयों में 11 लोकसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती चल रही है। राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि प्रदेश के सभी 27 जिला मुख्यालयों में सुबह आठ बजे 11 लोकसभा सीटों के लिए वोटों की गिनती शुरू हो गई। अधिकारियों ने बताया कि सबसे पहले डाक मतपत्रों की गिनती की जाएगी तथा बाद में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन के मतों की गिनती होगी।
11 लोकसभा क्षेत्रों में मतगणना के लिए 27 मतगणना केन्द्रों में 5,184 गणनाकर्मी और 1,500 माईक्रोऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए सभी स्थानों पर तथा खासकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। प्रत्येक जिले में मतगणना केन्द्र की सुरक्षा व्यवस्था त्रिस्तरीय है। यहां प्रत्येक स्तर पर पहचान पत्र की जांच उपरांत ही प्रवेश दिया जाएगा।
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राज्य में 11 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल 18 अप्रैल और 23 अप्रैल को मतदान हुआ था। जिसमें राज्य के 71.48 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। इस दौरान राज्य के मतदाताओं ने 166 उम्मीदवारों के भाग्य को इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन में कैद कर दिया था।
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आज राज्य के जिन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा उनमें कांग्रेस के तीन मौजूदा विधायक, विधानसभा अध्यक्ष की पत्नी और राज्य में भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष शामिल हैं। छत्तीसगढ़ की 11 लोकसभा सीटों में से चार अनुसूचित जनजाति के लिए तथा एक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। देश में अंतिम चरण के मतदान के बाद कई एग्जिट पोल ने छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को कम से कम दो से तीन सीट के नुकसान का अनुमान जताया है। वर्ष 2004 के बाद से हुए तीनों लोकसभा चुनावों में भाजपा ने राज्य की 11 में से 10 सीटें जीती थीं।