आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गुरुवार को कांग्रेस ने कहा कि योगी सरकार ने प्राइमरी स्कूलों में 32 हजार से अधिक अंशकालिक अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया रद्द करने का निर्णय लेकर न सिर्फ युवाओं के पेट पर लात मारी है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था पर भी कुठाराघात किया है।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हिलाल अहमद ने आज अपने एक बयान में कहा कि यूपी में लगातार बढ़ रही बेरोजगारी का कारण मुख्यमंत्री प्रदेश में योग्य नौजवानों की कमी बताते है। भ्रष्टाचार के चलते प्रदेश सरकार अभी तक 68 हजार पांच सौ प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों की नियुक्ति करने में असमर्थ है। इसके पूर्व में भी प्रदेश के चार हजार उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति पर भी रोक लगायी गयी थी।
इसको देखते हुए कांग्रेस योगी सरकार से मांग करती है कि यूपी के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करें तथा सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगाकर जल्द से जल्द निरस्त व खालीं पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू करे, जिससे कि प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को कुछ राहत मिल सके।
वहीं प्रदेश प्रवक्ता ने योगी सरकार की योजनाओं पर सवाल उठाते हुए भी आज कहा कि शुक्रवार को (कल) जयनारायण पीजी कालेज में एक भव्य रोजगार मेले का आयेाजन एनएसडीसी द्वारा किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा किया जाएगा, जिसमें साज सज्जा के नाम पर लाखों रूपये का टेण्ट एवं फूलों पर खर्चा किया जा रहा है। यह भाजपा का चुनावी स्टंट है। साथ ही एक बार फिर भाजपा द्वारा बेरोजगारों के साथ भद्दा मजाक किया जाएगा, क्योंकि प्रदेश की जनता ने बीजेपी के इस प्रकार के प्रायोजनों को कई बार देखा है।
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प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कहा कि बीते महीनों में इन्वेस्टर्स समिट, वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट आदि के नाम पर किए गये आयोजनों में आवभगत, साज-सज्जा एवं पार्टी प्रचार में प्रदेश की जनता की गाढ़ी कमाई का लाखों करोड़ों रूपये फूंक दिया गया, लेकिन एक भी निवेशक यूपी में नहीं आया जिसके चलते प्रदेश में औद्योगिकीकरण ठप है एवं बेरोजगारी की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।