आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में कांग्रेस की एनएसयूआइ विंग ने प्रदर्शन किया। नोटबंदी को जनता के लिए मोदी सरकार का विनाशकारी कदम बताते हुए गोमतीनगर स्थित आरबीआइ कार्यालय का घेराव करने जा रहे एनएसयूआइ कार्यकर्ता को पुलिस ने लाल बहादुर शास्त्री मार्ग पर बैरिकेडिंग कर रोक दिया।
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हालांकि इसके बाद भी आगे बढ़ रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जिसमें कुछ प्रदर्शनकारियों को चोटें आईं है। लाठीचार्ज के बाद एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं को पुलिस बसों में ठूंसकर ईको गार्डेन ले गयी। जहां हिदायत देने के बाद पुलिस ने शाम को उन्हें छोड़ दिया।
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वहीं देर शाम एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं ने यूपीपीसीएल कर्मचारियों के पीएफ घोटाले को लेकर एक बार फिर भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। योगी सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के आवास के पास पहुंचें। प्रदर्शनकारियों ने गेट पर लगी उनकी नाम पट्टिका पर काला रंग लगा दिया। कार्यकर्ताओं को ऐसा करते देख हरकत में आई पुलिस ने तत्काल एक बार फिर उन्हें वहां से खदेड़ दिया।
प्रदर्शन की जानकारी देते हुए एनएसयूआइ यूपी मध्य जोन के मीडिया प्रभारी आदित्य चौधरी ने मीडिया को बताया कि प्रदर्शन के दौरान एनएसयूआइ के राष्ट्रीय सचिव शौर्य वीर सिंह, प्रदेश अध्यक्ष मयंक तिवारी के प्रशांत तिवारी, विशाल वर्मा, अनस रहमान, आदित्य चौधरी, मानस तिवारी, मोहम्मद तारिक, विशाल वर्मा, कर्मवीर सिंह, अमलेंद्र त्रिपाठी, जीशान, तारिक उस्मानी, मुजाहिद खान, सुमित ठाकुर, राजीव वर्मा, आनंद कुमार, सौरभ वर्मा, विकास कुमार, अमन सिंह, भानु प्रताप पाण्डेय, अनिवेश मिश्रा, मोहम्मद अरबाज खान, दिव्यांशु सोनकर, कुंदन मिश्रा, आयुष गुप्ता, श्रेय गुप्ता, हम्माम वहीद , नीरज राय व एनएसयूआइ के अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहें।