आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में साथ देने के लिए एआइएमआइएम को नए साथी मिल गए हैं। बहुजन समाज पार्टी से बाहर होने के बाद अपनी पार्टी बनाने वाले बाबू सिंह कुशवाहा और बीएएमसीईएफ (बैकवर्ड एंड माइनॉरिटी कम्युनिटी एंप्लाई फेडरेशन),भारत मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष वामन मेश्राम के साथ मिलकर असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश के चुनाव के लिए भागीदारी परिवर्तन मोर्चा का गठन किया है, जो मिलकर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे।
असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को प्रेसवार्ता कर उत्तर प्रदेश में बाबू सिंह कुशवाहा और भारत मुक्ति मोर्चा के साथ गठबंधन की औपचारिक घोषणा की। साथ ही बताया कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर भागीदारी परिवर्तन मोर्चा बना है। ओवैसी ने कहा कि भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के सत्ता में आने के बाद दो मुख्यमंत्री और तीन डिप्टी सीएम बनाए जाएंगे। इसमें एक सीएम पिछड़े समाज से होगा और दूसरा सीएम दलित समाज से होगा। इसी के साथ तीन उप मुख्यमंत्री बनाए जाएंगे, जिसमें से एक मुस्लिम समाज से होगा।
ओवैसी ने आगे कहा, इतनी पॉलिटिकल पार्टी में किसी ने आयोग को नहीं लिखा। मैंने इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया को पत्र लिखा था कि एक पॉलिटिकल पार्टी को 500 लोगो के साथ रैली करने की इज्जाजत दे। फ्री एंड फेयर इलेक्शन के लिए भी लिखा है।
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वहीं भागीदारी परिवर्तन मोर्चा में पांच पार्टी शामिल हैं। बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा कि कुछ साथी अभी और भी हमारे संपर्क में हैं जल्द ही उन्हें ने भी मोर्चा में लाया जाएगा, जबकि किसी भी पार्टी को फिजिकल रैली की जब इजाजत नही हैं, तो हम अपने चुनाव को मजबूती से लड़ने का प्रयास करेंगे। हम लोग संविधान को मानने वाले लोग हैं और हमारी वही विचारधारा है जो संविधान की मंशा है।
इस अवसर पर वामन मेश्राम ने कहा कि इस गठबंधन के ऐलान के बाद बीजेपी और समाजवादी के बीच में जो लड़ाई हो रही है वह अब बीजेपी और भागीदारी परिवर्तन मोर्चा के बीच होगी। समाजवादी गठबंधन अब तीसरे नंबर पर चला जाएगा।