आरयू वेब टीम। महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच सरकार गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच बयानबाजी बढ़ गई है, जिससे दोनों के मतभेद और उभरकर सामने आ गए हैं। वहीं सरकार के गठन को लेकर बीजेपी ने आज शिवसेना से दो टूक कहा है कि कुछ भी कह लें अगली सरकार बीजेपी के नेतृत्व में ही बनेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने शिवसेना से कभी भी ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री पद के लिए वादा नहीं किया। उन्होंने कहा कि ”मैं और पांच साल के लिए मुख्यमंत्री रहूंगा।” फडवीस ने कहा कि हमारे पास कोई प्लान बी या सी नहीं है, ये बात पक्की है कि मैं ही मुख्यमंत्री बनूंगा। समर्थन को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमारे पास दस निर्दलीय विधायकों का समर्थन है, जल्द ही ये संख्या 15 तक पहुंचेगी।
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इस बीच बीजेपी के सांसद संजय ककाड़े ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में शिवसेना के नवनिर्वाचित 56 में से 45 विधायकों ने बीजेपी के साथ हाथ मिलाकर सरकार बनाने की अपनी इच्छा जाहिर की है। संजय ने दावा किया है कि वे हमें फोन कर कह रहे हैं कि उन्हें सरकार में शामिल कर लें।’’
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ककाड़े ने यह भी दावा किया है कि शिवसेना के विधायक कह रहे हैं कि चाहे जो भी किया जाए, ‘‘लेकिन हम बीजेपी के साथ सरकार का हिस्सा बनना चाहते हैं।’’ ककाड़े ने ऐसे समय में शिवसेना विधायकों को लेकर दावा किया है जब मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि अगली सरकार का गठन बीजेपी के नेतृत्व में ही होगा।
गौरतलब है कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 24 अक्टूबर को चुनाव परिणाम के दिन दावा किया था कि लोकसभा चुनाव से पहले उनकी बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बैठक हुई थी।
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इस बैठक में शाह ने वादा किया था कि विधानसभा में 50-50 के फॉर्मूले को लागू करेंगे। जिसके आधार पर पांच साल के कार्यकाल में ढाई साल बीजेपी का और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा। शिवसेना का कहना है कि उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे को बीजेपी पहले ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाए और फिर ढाई साल के लिए फडणवीस मुख्यमंत्री बनें।