आरयू ब्यूरो, लखनऊ। बंथरा के बेती गांव स्थित मंदिर परिसर में बीती 27 सितंबर को हुई 48 वर्षीय महिला की हत्या किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही पुजारी पति ने की थी। दीपिका त्रिवेदी की हत्या के बाद पति दीप नारायन त्रिवेदी ने इसे दूसरी तरफ मोड़ने के लिए मंदिर में लूटपाट की झूठी कहानी पुलिस को बताई थी। पुलिस ने गुरुवार को इस सनसनीखेज हत्या का खुलासा करते हुए आरोपित पति को गिरफ्तार कर मंदिर से लूटे गए नकद के अलावा भगवान का चांदी का छत्र व अन्य सामान बरामद कर लिया है।
डीसीपी मध्य ने आज एक प्रेसवार्ता में इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए मीडिया को बताया कि पुरोहित दीप नारायन त्रिवेदी की पहली पत्नी दीपिका त्रिवेदी व दूसरी पत्नी कुसुमा त्रिवेदी के बीच 27 सितंबर की रात बर्तन धोने को लेकर झगड़ा हो गया था। दोनों बीवियों को अलग करने के बाद दीप नारायण ने गुस्से में आकर दीपिका का गला दबा दिया था। जिससे उसकी मौत हो गयी थी। हत्या की सजा से बचने के लिए दीप नारायन ने घर के पीछे की दीवार काटकर पुलिस से लूटपाट के दौरान हत्या की बात कही थी। घर के कुछ सामान के साथ मंदिर का चांदी का मुकुट व दानपात्र से पैसे भी गायब कर दिए थे, जिससे कि पूरा मामला लूट के दौरान हत्या का लगे।
पुलिस की छानबीन के दौरान पोल खुल गई और दीप ने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया। लूट का सामान भी दीप नारायण के कब्जे से पुलिस ने बरामद कर लिया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के पूर्व में गोद लिए गांव में सनसनीखेज वारदात से पुलिस की भी खूब किरकिरी हुई थी।
पुरोहित के चारों ओर दो बार घूमकर भौंका था खोजी कुत्ता
एसीपी कृष्णानगर ने बताया कि दीपिका हत्याकांड खुलासे में डॉग स्क्वॉएड के अलावा सर्विलांस टीम की भूमिका अहम है। घटना के बाद खोजी कुत्ता पुरोहित दीप नारायण के चारों ओर घूमकर उसपर दो बार भौंका था। सर्विलांस टीम ने भी उसके खिलाफ पर्याप्त सुबूत जुटा लिए। जो लूट का सामान बताया जा रहा था, वह भी दीप नारायण के घर से ही बरामद हो गया।
दोनों बीवियों से है चार बेटे
पुलिस के अनुसार दीप नारायन ने पहले दीपिका त्रिवेदी और फिर बाद में कुसुमा त्रिवेदी से शादी की थी। दोनों बीवियों से दो-दो बेटे हैं।
खुलासे में इनकी भी रही अहम भूमिका-
इंस्पेक्टर बंथरा रमेश सिंह रावत, एसआइ गोपी श्याम व शैलेंद्र सिंह सेंगर, सर्विलांस सेल मध्य के इंस्पेक्टर प्रमोद मिश्रा, एसआइ राजेश यादव व जितेंद्र दुबे समेत अन्य।