आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद एक बार फिर राजधानी लखनऊ में अपराधी बेलागाम होते नजर आ रहे हैं। मंगलवार को ठाकुरगंज कोतवाली की रिंग रोड पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर बैंक में लाखों रुपए जमा करने जा रहे पेट्रोल पंप के कैशियर और कर्मचारियों को बदमाशों ने गोली मार दी। दिनदहाड़े एक साथ दो लोगों को गोली मारे जाने की जानकारी लगते ही पुलिस महकमें में हड़कंच मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से घायल दोनों कर्मचारियों को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। वहीं ट्रामा सेंटर में घायलों से जानकारी जुटाने के लिए एडीजी जोन राजीव कृष्ण और एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी समेत पुलिस के अन्य अधिकारी पहुंचें।
बताया जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता नीरज वोरा के भाई मनीष वोरा का बुद्धेश्वर चौराहे के समीप पेट्रोल पंप है। जहां पारा के बुद्धेश्वर विहार निवासी आलोक यादव (40) कैशियर हैं, जबकि उन्नाव के औरासा निवासी सुधीर कुमार कर्मचारी है। पूर्वान्ह साढ़े 11 बजे आलोक बिक्री के करीब साढ़े चार लाख रुपए एक बैग में लेकर सुधीर के साथ ठाकुरगंज स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा में जमा करने जा रहे थे।
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बाइक रिंग पुलिस चौकी से करीब दो सौ मीटर दूर भुवर पुल पर पहुंची ही थी कि तभी घात लगाए मोटरसाइकिल सवार बदमाशों ने उनसे रुपए से भरा बैग छीनना शुरू कर दिया। जिसका विरोध करने पर बदमाशों ने आलोक और सुधीर के पैर और कमर में गोली मार दी। हालांकि गोली से घायल होने के बाद भी दोनों कर्मचारियों ने हिम्मत नहीं हारी और कैश बचाने की जद्दोजेहद करते रहें, इस बीच आसपास लोगों को जुटता देख बदमाश अपनी बाइक छोड़कर पैदल ही भाग निकले।
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राहगीरों से सूचना पाकर मौके पर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस ने बदमाशों की बाइक को अपने कब्जे में लेने के साथ दोनों घायलों को ई-रिक्शे से ट्रामा सेंटर पहुंचाया। जहां उनका इलाज किया जा रहा है। एक ओर जहां दिनदहाड़े हुई इस वारदात से लोगों में दहशत फैल गयी थी, वहीं दूसरी तरफ लोगों ने गोली लगने से घायल होने के बाद भी दोनों को ई-रिक्शे से ट्रामा सेंटर पहुंचाने पर हैरानी और नाराजगी जाहिर की। लोगों का कहना था कि गोली लगने के मामले में पुलिस अपनी जीप से उन्हे ट्रामा सेंटर जल्द पहुंचा सकती थी, इसके बाद भी जीप के मुकाबले बेहद धीमी गति से चलने वाले ई रिक्शे से इस तरह के घायलों को अस्पताल पहुंचाने के चलते रास्ते में ज्यादा खून बहने से उनकी जान भी जा सकती थी।
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दूसरी ओर एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि दोनों घायलों की हालत खतरें से बाहर है। बदमाशों की बाइक के बारे में पता लगाने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगायीं गयीं हैं। साथ ही क्षेत्र व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को भी खंगाला जा रहा है।