वन वर्ल्ड TB समिट में रुद्राक्ष सेंटर पहुंचे PM मोदी ने कहा, हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों की साक्षी काशी की शाश्वत धारा

वर्ल्ड टीबी समिट
कार्यक्रम को संबोधित करते प्रधानमंत्री मोदी।

आरयू ब्यूरो, वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी में शुक्रवार को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और उच्च रोकथाम प्रयोगशाला, वाराणसी शाखा का शिलान्यास किया। पीएम ने  ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ में बटन दबाकर भारत में टीबी को खत्म करने के लिए प्रमुख पहलों की शुरुआत की। साथ ही कार्यक्रम को संबोधित कर कहा कि काशी नगरी वे शाश्वत धारा है जो हजारों वर्षों से मानवता के प्रयासों और परिश्रम की साक्षी रही है। काशी इस बात की गवाही देती है कि चुनौती चाहे कितनी भी बड़ी क्यों ना हो जब सबका प्रयास होता है तो नया रास्ता भी निकलता है। मुझे विश्वास है कि टीबी जैसी बीमारी के खिलाफ हमारे वैश्विक संकल्प को काशी एक नई ऊर्जा देगी।

पीएम मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि समिट काशी में हो रही है। कुछ समय पहले ही भारत ने वन अर्थ वन हेल्थ के विजन को भी आगे बढ़ाने की पहल की है। और अब, ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ के जरिए भारत, ग्लोबल गुड के एक और संकल्प को पूरा कर रहा है। टीबी के खिलाफ लड़ाई में भारत ने जन भागीदारी का बड़ा काम किया है। भारत ने एक यूनिक अभियान चलाया ये विदेश से आए लोगों के लिए काफी दिलचस्प होगा। हमने टीबी मुक्त अभियान से जुड़ने के लिए देश के लोगों से निक्षय मित्र बनाने का आह्वान किया।

इस अभियान के साथ तकरीबन दस लाख टीबी मरीजों को देश के सामान्य नागरिकों ने गोद लिया। हमारे देश में 10-12 साल के बच्चे भी निक्षय मित्र बनकर टीबी के खिलाफ लड़ाई को आगे बढ़ा रहे हैं। कितने ही बच्चों ने अपनी पीगी बैंक तोड़कर टीबी मरीजों को गोद लिया है। निक्षय मित्रों का टीबी मित्रों के लिए सहयोग एक हजार करोड़ से ऊपर पहुंच गया है। विदेशों ने रहने वाले प्रवासी भारतीय भी इस प्रयास का हिस्सा बने हैं।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि एक देश के तौर पर भारत की विचारधारा का प्रतिबिंब वसुधैव कुटुंबकम् यानी ‘पूरी दुनिया एक परिवार है’ की भावना में झलकता है। ये प्राचीन विचार आज आधुनिक विश्व को एकीकृत दृष्टि और एकीकृत समाधान दे रहा है। इसलिए भारत ने जी20 की भी थीम रखी है एक दुनिया एक परिवार एक भविष्य। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि  2014 के बाद से भारत ने जिस नई सोच और अप्रोच के साथ टीबी के खिलाफ काम करना शुरू किया, वो वाकई अभूतपूर्व है। भारत के ये प्रयास पूरे विश्व को इसलिए भी जानने चाहिए क्योंकि ये टीबी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई का एक नया मॉडल है। बीते नौ वर्षों में भारत ने टीबी के खिलाफ लड़ाई में अनेक मोर्चो पर एक साथ काम किया है।

इस दौरान एयरपोर्ट पर पीएम मोदी की अगवानी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ ने की। इसी के साथ वहां पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, सह संगठन मंत्री सुनील ओझा, मछलीशहर सांसद बी पी सरोज, आयुक्त कौशल राज शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहें।

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