प. बंगाल के पूजा पंडालों का उद्घाटन कर PM मोदी ने कहा, महिलाएं मां दुर्गा का प्रतीक, हम महिला सशक्तिकरण के लिए कर रहे काम

दुर्गा पूजा
कार्यक्रम में बोलते प्रधानमंत्री।

आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल के महाषष्ठी पर दुर्गा पूजा उत्सव का हिस्सा बनकर मैं सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। मैं कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित की जा रही दुर्गा पूजा का जश्न मनाते समय सभी से सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क पहनने का अनुरोध करता हूं। महिषासुर का वध करने के लिए माता का एक अंश ही पर्याप्त था, लेकिन इस कार्य के लिए सभी दैवीय शक्तियां संगठित हो गई थीं। वैसे ही नारी शक्ति हमेशा से सभी चुनौतियों को परास्त करने की ताकत रखती है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि संगठित रूप से सभी उनके साथ खड़े हों। महिलाएं मां दुर्गा का प्रतीक हैं, हम विभन्न नीतियों और योजनाओं के जरिए महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहे हैं।

उक्‍त बातें गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन कर कही। प्रधानमंत्री के शुभेच्छा संदेश का लाइव प्रसारण राज्य की सभी 294 विधानसभा क्षेत्रों के 78,000 पोलिंग बूथ पर सुना और देखा गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत से शोनार बांग्ला का संकल्प पूरा करना है।

मोदी ने कहा कि हमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र को लेकर आगे बढ़ना है। साथ ही लोगों से कहा कि मेरा आपसे आग्रह है कि मां दुर्गा की पूजा के साथ दो गज की दूरी, मास्क पहनने सहित सभी नियमों का पालन करें। हमारी मां दुर्गा ‘दारिद्रय दु:ख भय हारिणि’ कही जाती हैं, ‘दुर्गति-नाशिनी’ कही जाती हैं। अर्थात, वो दुखों को, दरिद्रता को, दुर्गति को दूर करती हैं। इसलिए, दुर्गापूजा तभी पूरी होती है जब हम किसी के दुख को दूर करते हैं, किसी गरीब की मदद करते हैं।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि रेप की सजा से जुड़े कानूनों को बहुत सख्त किया गया है, दुराचार करने वालों को मृत्युदंड तक का प्रावधान हुआ है। भारत ने जो नया संकल्प लिया है- आत्मनिर्भर भारत के जिन अभियान पर हम निकले हैं, उसमें भी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।

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उन्होंने कहा कि 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना हो। चाहे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून हो। देश की नारीशक्ति को सशक्त करने के लिए निरंतर काम किया जा रहा है। आत्मनिर्भरता का संदेश देते हुए कहा मोदी ने कहा कि ये बंगाल की ही धरती थी जिसने आज़ादी के आंदोलन में स्वदेशी को एक संकल्प बनाने का काम किया था। बंगाल की ही धरती से गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चटर्जी ने आत्मनिर्भर किसान और आत्मनिर्भर जीवन का संदेश दिया था।

इसी बीच मोदी ने इनफ्रास्ट्रक्चर की भी बात करते हुए कहा कि बंगाल के इनफ्रास्ट्रक्चर के लिए, कनेक्टिविटी सुधारने के लिए भी लगातार काम हो रहा है। कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना के लिए भी साढ़े आठ  हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं।

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