आरयू ब्यूरो, लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं का प्रदर्शन जारी है। वहीं अब प्रदर्शनकारी महिलाओं को हटाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार को नोटिस जारी कर दिया है।
यूपी पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं के खिलाफ धारा-144 का उल्लंघन, यातायात बाधित और शांति व्यवथा में खलल डालने का नोटिस जारी किया है। यह नोटिस 50 से 100 महिलाओं को भेजा गया है। नोटस में उनसे जल्द से जल्द घंटाघर का परिसर खाली करने को भी कहा गया है। पुलिस द्वारा भेजी गई नोटिस में कहा गया है कि अगर वो जल्द से जल्द घंटाघर खाली नहीं करेंगी, तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें- मौलान कल्बे सादिक के बेटे समेत दस नामजद व सैकड़ों अज्ञात पर मुकदमा, किया था CAA का विरोध
वहीं इससे पहले यूपी की न्यायालय बाल कल्याण समिति ने भी घंटाघर पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों को कहा है कि वे वहां से बच्चों को तुरंत हटाएं, इसके लिए अभिभावकों को नोटिस भी भेजा गया है, जसमें न्यायालय बाल कल्याण समिति ने कहा है कि 18 साल की आयु से कम वाले बच्चों को धरना स्थल से तुरंत हटाया जाए।
ऐसा ना करने पर कार्रवाई की जाएगी। नोटिस में ये भी कहा गया है कि बच्चों की दिनचर्या में उनके बचपन, शिक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी है। बाल कल्याण समिति ने कहा कि ऐसे में उन्हें तुरंत धरना स्थल से हटाएं, जिससे उनकी दिनचर्या दोबारा शुरू हो सके। प्रदर्शन के कारण कई बच्चों को स्कूल भी छोड़ना पड़ रहा है, ऐसे में धारा 75 के अंतर्गत उनके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें- शहीन बाद की तर्ज पर CAA के खिलाफ लखनऊ में दूसरे दिन भी प्रदर्शन जारी, खुले आसमान के नीचे रातभर घंटाघर पर डटीं रहीं महिलाएं
यहां बताते चलें कि बीते दिनों लखनऊ स्थित घंटाघर प्रदर्शन पर रोक लगाने के लिए पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की थी, जहां पुलिस ने घंटाघर पर बैठे लोगों के कंबल व खाने के सामान जब्त कर लिए थे, जिसके बाद पुलिस की काफी आलोचना हुई थी। वहीं इस सब के बावजूद प्रदर्शनकारी घंटाघर पर डटे रहे। जिसके बाद यूपी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर एक्शन लेते हुए धारा 147 के उल्लंघन को लेकर दर्जनों महिलाओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की थी। इन महिलाओं में मशहूर शायर मुनव्वर राणा की दो बेटियों का भी नाम शामिल है।