आरयू वेब टीम। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस की प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड तोड़ दिया। प्रियंका ने इस सीट से बहुत ही बड़े अंतर से जीत हासिल की। कांग्रेस नेता ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 4,10,931 वोटों के अंतर से सीपीआइ उम्मीदवार सत्यन मोकेरी को हराया।
ये प्रियंका गांधी का यह पहला चुनाव था, जहां उन्हें इस उपचुनाव में 622338 वोट मिले, जबकि सत्यन मोकरी को 211407 वोट मिले। वहीं तीसरे स्थान पर भाजपा की नव्या हरिदास रहीं। जिन्हें प्रियंका के सामने मात्र एक लाख नौ हजार 939 वोट मिले। दरअसल ये सीट कांग्रेस नेता और प्रियंका के भाई राहुल गांधी के इस्तीफे की वजह से खाली हुई थी। तब राहुल ने अमेठी से सांसद बने रहने का फैसला किया था।
मालूम हो कि पिछले लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी को वायनाड में 6,47, 445 वोट मिले थे। उन्होंने सीपीआई की बड़ी नेता एनी राजा को 3,64,422 वोटों के अंतर से हराया था। उस वक्त एनी राजा को 2,83,023 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के के सुरेंद्रण को मात्र 1,41,045 वोट आ पाए थे। 2024 में राहुल गांधी को 59.69 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस उपचुनाव में प्रियंका गांधी को करीब 65 प्रतिशत वोट मिले। इस वजह से प्रियंका अपने भाई राहुल गांधी को भी इस मामले में पछाड़ दिया। यानी कि 2024 में राहुल गांधी को जितने मार्जिन से जीत मिली थी, उससे कहीं ज्यादा मार्जिन से प्रियंका गांधी को इस उपचुनाव में जीत मिली है।
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साल 2019 में वायनाड सीट से राहुल गांधी को 7,06,367 वोट मिले थे। उन्होंने सीपीआई के पीपी सुनीर को 431770 वोटों से हराया था। पीपी सुनीर को उस चुनाव में 2,74,597 वोट मिले थे। हालांकि प्रियंका गांधी ने साल 2019 में मिले राहुल गांधी के वोटों के मुकाबले इस बार कम वोट पाईं, लेकिन अपने करियर के पहले चुनाव में इतनी बड़ी जीत हासिल करना बहुत ही बड़ी बात होती है।