आरयू ब्यूरो, लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लखनऊ के हजरतगंज में भाजपा नेता स्वर्गीय लालजी टंडन की साढ़े 12 फीट की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा कि इस उत्कृष्ट कार्य के लिए नगर निगम को बधाई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि जब कभी भी कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता था तो उसमें निश्चित रूप से आदरणीय लालजी टंडन की भागीदारी रहती थी। भाजपा को सत्ता के गलियारे में स्थापित करने में उनकी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रही। वे बड़े-बड़े पदों पर रहें, लेकिन आम लोगों से कभी अलग नहीं हुए।
उन्होंने आगे कहा कि मैं इस प्रतिमा को जब देख रहा था, मेरे मन में एक ही लाइन आई है। धोती-कुर्ता पहने एक ज़िंदादिल इंसान, राजनीति है जिसकी पहचान, ऐसे थे लालजी टंडन, लखनऊ के शान। राजनाथ ने कहा कि दो व्यक्ति इस शहर में ऐसे थे, जो लखनऊ को जीते थे। एक थे योगेश प्रवीण और दूसरे लालजी टंडन। यूपी में भाजपा को सत्ता तक पहचाने में उनकी बड़ी भूमिका रही। मैं जब विधायक था, तबसे उनकी राजनीति को बेहद करीब से देखा है।
यह भी पढ़ें- लखनऊ में कोविड अस्पतालों का निरीक्षण कर बोले राजनाथ सिंह, मोदी सरकार के प्रयासों से ही दुनियाभर के देश मद्द के लिए आ रहे, योगी सरकार को भी सराहा
कल्याण सिंह हों, कलराज मिश्रा हों या मैं, जब किसी को महत्वपूर्ण सुझाव लेना होता था तो लोग उनके पास जाते थे। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता था। व्यक्ति का पद और कद चाहे कितना भी बड़ा क्यों ना हो? उसे जमीन से कभी नहीं कटना चाहिए। हर दल के व्यक्ति के साथ उनके संबंध बहुत अच्छे थे। चाहे किसी भी जाति या मजहब हो, उससे उनके सम्बंध प्रगाढ़ थे। मायावती जी ने भी कहा था टंडन जी मेरे भाई हैं।
टंडन जी से ये सीखना जरूरी है कि राजनीति में…
रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि टंडन जी से ये सीखना जरूरी है कि राजनीति में मतभेद तो हो सकते है, लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए। टंडन जी ने हमेशा विकास की राजनीति की। इसलिए लोग उनको विकास पुरुष कहते थे। लखनऊ में उन्होंने कितना विकास किया वो बताने की जरूरत नहीं है। अटल जी और लाल जी टंडन के रिश्ते को हम ऐसे समझ सकते हैं कि अगर अटल जी राम थे तो टंडन जी लखन थे। उनके अंदर अपनापन का भाव था।
अगर कोई आपके बीच नहीं होता है तो उसकी स्मृतियां रहती हैं। उनके बेटे भी वही विभाग देख रहे हैं, जो कभी लालजी टंडन भी देखते थे। कई बार ये मानना मुश्किल हो जाता है कि वो अब हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन आज उनकी प्रतिमा देखकर मानना पड़ेगा। आज मैं उनको श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। इस दौरान रक्षा मंत्री के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और केशव मौर्या के साथ मेयर संयुक्ता भाटिया के साथ ही भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे।