आरयू ब्यूरो
लखनऊ। लंबे समय से लखनऊ विकास प्राधिकरण कार्यालय में फैली अराजकता और गुंडई पर लगाम लगाने के लिए अब लगता है एलडीए ने कमर कस ली है। ‘राजधानी अपडेट’ के मुद्दा उठाने के बाद आज ऑफिस का माहोल बदला-बदला सा दिखा।
सचिव अरुण कुमार के निर्देश पर जहां गेट नम्बर एक व दो पर सुरक्षाकर्मी मुस्तैद दिखे। वहीं ठेके व वर्चस्व के लिए कार्यालय परिसर में बेरोक-टोक फर्राटा भर रही ठेकेदारों के चार पहिया वाहनों पर भी सख्ती की गई।
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कार्यालय में इंट्री कर रही कारों का नम्बर नोट करने के साथ ही चालक का नाम, मोबाइल नंबर, कार्यालय आने का मकसद समेत अन्य डिटेल भी दोनों गेटों पर रजिस्टर में दर्ज की जा रही थी।
पुरानी बिल्डिंग की पोर्टिकों तक पहुंचने वाली दबंगों की कार को राकने के लिए पोर्टिकों के बाहर लोहे की चेन से बैरिकेटिंग की गई थी। साथ ही दो गार्ड भी एक्टिव दिखे।
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ठेकेदारों को भेजी गई नोटिस
चीफ इंजीनियर के कार्यालय में भिड़ने वाले दोनों पक्षों के ठेकेदारों को सचिव की ओर से आज कारण बताओ नोटिस भेजी गई है। नोटिस का जवाब सात दिनों के अंदर देने को कहा गया है, जवाब मिलने के बाद ठेकेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
…पर चर्चा में है उपाध्यक्ष का आदेश लिखा पीक वाला बोर्ड
एलडीए कार्यालय में शुरू हुए सुधार कार्यों के बीच अब भी कुछ जिम्मेदार कान में तेल डाले सो रहे। यहीं वजह है कि पुरानी बिल्डिंग के गेट पर लगे विभाग के मुखिया के आदेश पर ही थूकी गई पीक को साफ कराना जरूरी नहीं समझा गया।
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अपने सबसे बड़े अधिकारी के ही प्रति मातहतों की इस शर्मनाक हरकत की आज लोग आसपास के चाय-पान की दुकानों पर चर्चा करते रहे। लोगों का चर्चा करना इसलिए भी लाजिमी है कि बोर्ड पर ही धूम्रपान नहीं करने की चेतावनी लिखी गई है।
यह हाल तब है जब जिम्मेदारों के पास सफाई कर्मियों की लंबी-चौड़ी फौज है, इसके साथ ही यह फोटो सोशल मीडिया पर भी दो दिन पहले वॉयरल हुई थी।
आचार संहिता हटने के बाद होगी सीसीटीवी की मॉनिटरिंग !
नई बिल्डिंग में डेढ़ करोड़ का कैमरा लगवाने वाले इंजीनियर का कहना है कि आचार संहिता की वजह से अब कैमरों की देखरेख के लिए टेंडर नहीं हो पाएगा। आचार संहिता हटने के बाद ही मेन्टिनेंस का काम किसी को दिया जा सकेगा।
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बता दें कि हाल ही में चीफ इंजीनियर ओपी मिश्रा के कार्यालय में करोड़ों के ठेके के लिए ठेकेदारों के बीच हुई खूनी जंग के बाद 11 जनवरी को ‘राजधानी अपडेट’ ने ‘भ्रष्टाचार और लापरवाही ने एलडीए ऑफिस को बना दिया अराजकता का अड्डा’ शीर्षक के साथ खबर पोस्ट कर पूरे मामले को प्रमुखता से उठाया था।
कार्यालय में धूम्रपान करने वालों के साथ ही चेतावनी बोर्ड पर गंदगी के लिए जिम्मेदार व्यक्ति पर कार्रवाई होगी। ऑफिस का माहोल बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे। एलडीए सचिव, अरुण कुमार