आरयू वेब टीम। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की गुरुवार को पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर पहली बार प्रतिक्रिया सामने आई है। दरअसल, नेताजी इंडोर स्टेडियम में पार्टी की मेगा बैठक का आयोजन हुआ। इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने मोइत्रा और उनके खिलाफ लगाए गए कैश-फॉर-क्वेरी आरोपों पर खुलकर बात की। साथ ही महुआ मोइत्रा के समर्थन में उतरीं ममता बनर्जी ने भाजपा पर जमकर हमला बोला है।
सीएम ममता ने भाजपा पर महुआ मोइत्रा को संसद से हटाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की महुआ मोइत्रा को लोकसभा से हटाने की योजना बना रही है। ममता ने आगे कहा कि बीजेपी की इस साजिश से महुआ मोइत्रा को चुनाव से पहले और अधिक लोकप्रिय होने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि महुआ जो संसद के बोलती थीं, अब वह हर दिन बाहर बोलेंगी।
उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला कर कहा कि केंद्र में सिर्फ तीन महीने बचे हैं। वर्तमान में विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने वाली केंद्रीय एजेंसियां 2024 के लोकसभा चुनावों के बाद भाजपा के पीछे पड़ जाएंगी।नेताजी इंडोर स्टेडियम में तृणमूल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा नीत सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती है, लेकिन वो इसका विरोध करेंगी। सीएम ने कहा, ‘भाजपा भी अल्पसंख्यकों के आरक्षण के खिलाफ है, लेकिन हम उन्हें ओबीसी कोटा के माध्यम से व्यवस्था के तहत लाएंगे।’
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इतना ही नही ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि मेट्रो रेलवे स्टेशनों से लेकर क्रिकेट टीम तक देश के भगवाकरण के प्रयास जोरों पर चल रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ‘भगवा त्यागियों का रंग है, लेकिन आप भोगी हैं।’ उन्होंने दावा किया कि खिलाड़ियों ने इसका विरोध किया। इसका परिणाम यह निकला की भारतीय क्रिकेट टीम को मैचों के दौरान भगवा जर्सी नहीं पहननी पड़ी।
मालूम हो कि तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा पर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। इसको लेकर उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को शिकायत की थी। इसके बाद ये मामला लोकसभा की एथिक्स कमेटी को जांच के लिए सौंपा गया था। वहीं, लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने बीते दिनों ही अपनी जांच रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को संसद पद से निष्कासित करने की सिफारिश की थी।