सामने आया अनोखा मामला, रेल ट्रैक काटकर मांगे 50 करोड़, ग्रामीणों की सजगता से टला हादसा

रेल ट्रैक
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू संवाददाता, मऊ। ग्रामीणों की सजगता ने गुरुवार को एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया। मऊ में रेल पटरी काटकर ट्रेन डीरेल करने की गंभीर साजिश रची गई थी। वहीं जब पास के ग्रामीण ने कटी पटरी देखा तो बलिया-शाहगंज पैसेंजर रोककर चालक व परिचालक को इसकी जानकारी दी।

मऊ के हलधरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम धर्मागतपुर पुलिया के निकट ट्रेन को डीरेल करने के लिए पटरी काटकर साजिश रची गई थी। वहीं पटरी से कुछ दूरी पर लेटर भी मिला, जिसमें 50 करोड़ की मांग की गई थी साथ ही लेटर में धमकी दी गई थी की पैसे की मांग पूरी न करने पर ऐसी कई घटना को अंजाम दिया जाएगा। ग्रामीणों से मिली सूचना के बाद चालक ने इसकी जानकारी पुलिस और रेल अधिकारियों को दी।

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मौके पर पहुंचे पुलिस व रेलवे के अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया। घंटों मशक्कत के बाद रेल पटरी की मरम्मत कराने के बाद आवागमन बहाल हुआ। मामले में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पीडब्ल्यूआई ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार आज धर्मागतपुर गांव के समीप ग्रामीण खेतों की ओर आ रहे थे, तभी इनकी नजर रेल पटरी 33/9-34/0 के बीच पड़ी। पटरी को लगभग एक से डेढ़ इंच काटा गया था। दो पेनड्रोम क्लीप भी काटकर हटा दी गयी थी। कटी पटरी देखते ही किसान चौंक गए।

इसी दौरान शाहगंज से बलिया की तरफ पैसेजर ट्रेन आते देख लाल गमछा हिलाकर ग्रमीणों ने ट्रेन रोका। ट्रेन रुकने पर पटरी टूटे होने की जानकारी चालक को दी, जिसके बाद मौके पर पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, रेलवे के पीडब्ल्यूडीआई सरफराज अहमद भी दलबल के साथ पहुंच गए।

वहीं जांच के दौरान पटरी से कुछ दूरी पर एक खंभे पर पालीथीन में बंधा धमकी भरा लेटर मिला। इसमें 50 करोड़ की देने समेत तीन शर्तें नहीं मानने पर इसी तरह फिर पटरी काटने की धमकी लिखी थी।

मामले में एसपी अनुराग आर्य का कहना है कि पत्र में किसी प्रेम प्रसंग का मामला भी लिखा है। हो सकता है कि युवक ने इस तरह के वारदात को अंजाम देने की साजिश की है। साथ ही पूरी घटना से ध्यान भटकाने की भी साजिश हो सकती है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।

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