सामने आए तेजस्‍वी ने कहा, गरीबों के हक की लड़ाई लड़ने लिए डटे रहेंगे

आरजेडी नेता
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से सोशल मीडिया समेत अन्‍य चर्चाओं से दूर रहे बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर लगातार विपक्ष हमलावर रहा और उनके गयाब होने को लेकर भी अकसर सवाल किए जाते रहे हैं, जिसका करारा जवाब शनिवार को तेजस्‍वी यादव ने विपक्ष को दिया है। उन्‍होंने कहा कि वह बिहार के गरीब लोगों के हक की लड़ाई लड़ने के लिए डटे रहेंगे।

तेजस्वी यादव ने आज सोशल मीडिया के माध्‍यम से एक के बाद कई ट्वीट कर प्रदेश में इंसेफ्लाइटिस से बच्चों की हो रही असामयिक मौतों का भी जिक्र कर कहा कि दुख की इस घड़ी में पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को आदेश दिया गया था कि बिना फोटो खिचाए पीड़ित परिवार से मिलें। आरजेडी नेता ने अपनी अनुपस्थिति की वजह बताते हुए कहा कि वह घुटनों का इलाज करा रहे थे।

तेजस्वी यादव ने कहा, ”मैं पिछले कुछ सप्ताह से अपने इलाज में व्यस्त था। मैं पूरी तरह से प्रदेश में इंसेफ्लाइटिस की समस्या पर नजर रखे हुए था। पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं को पीड़ित परिवार से मिलने के आदेश दिए थे। इस दौरान उन्हें फोटो खिचाने को नहीं कहा गया था। पार्टी के सांसदों को संसद में ये मुद्दा उठाने को कहा गया। इसी के कारण पीएम को इस समस्या पर बोलना पड़ा।”

तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी के राज्यसभा सांसदों को ये मुद्दा संसद में उठाने के लिए कहा गया। इसी का नतीजा है कि पीएम मोदी को इस समस्या पर बोलना पड़ा। अपनी वापसी के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि आरजेडी अपने शुरुआती दिनों से ही गरीबों लोगों के संघर्षों के बीच रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी की शैली एक चुनाव में हार से नहीं बदल जाएगी। तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी नई ऊर्जा के साथ गरीब लोगों की समस्याओं के लिए लड़ती रहेगी।

मालूम हो कि इससे पहले तेजस्वी यादव की अनुपस्थिति पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। कुछ दिनों पहले तेजस्वी कहां हैं के सवाल पर पार्टी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा था कि उनके अनुमान के अनुसार वह क्रिकेट विश्‍व कप मैच देखने गए हुए हैं, लेकिन वह इस बारे में आश्वस्त नहीं हैं।

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव दो जून को अपनी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी और 11 जून को पिता और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद के जन्मदिवस के अवसर पर मौजूद नहीं थे। शुक्रवार को वह बिहार विधानसभा के सत्रारंभ के समय भी अनुपस्थित थे।