कानून-व्यवस्था सहित 25 मुद्दों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ सपा का प्रदेशव्या‍पी प्रदर्शन

प्रदेशव्यापी प्रदर्शन
प्रदर्शन करते सपाई।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को उत्‍तर-प्रदेश की कानून व्यवस्था सहित 25 मुद्दों को लेकर योगी सरकार के खिलाफ प्रदेशव्यापी धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान सपा महानगर व जिले के कार्यकर्ता ने लखनऊ में कलेक्ट्रेट पर धरना दिया और ज्ञापन सौंपा। जिसमेंं उन्नाव की रेप पीड़िता को न्याय दिलाने, सांसद आजम खां के प्रति बदले की भावना से कार्रवाई वापस लेने और सोनभद्र के उभ्भा गांव में आदिवासियों के नाम जमीन आवंटित करने की मांग की।

सपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका, तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार। इस दौरान करीब एक दर्जन कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। सभी को पुलिस लाइन स्थित सम्मेलन कक्ष में रखा गया है। कार्यकर्ता लगातार पुलिस प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। वहीं सपा महिलासभा ने भी विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।

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पार्टी के मुख्य प्रवक्‍ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों पर सभी 75 जिलों में सपा ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना देने के लिए कहा था, लेकिन कई जगह पुलिस ने कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

सौंपे गए ज्ञापन की मुख्‍य मांगें

जिन 25 मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है, उनमें उन्नाव बलात्कार पीड़िता के साथ न्याय और इस प्रकरण में आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को उत्तर-प्रदेश के बाहर किसी जेल में स्थानान्तरित करने, सोनभद्र जिले के उम्भा गांव में पिछले महीने सामूहिक कत्लेआम का कारण बनी जमीन को आदिवासियों को आवंटित कर राजस्व अभिलेख में उनका नाम स्थायी रूप से दर्ज करने और सोनभद्र के उम्भा गांव के नरसंहार की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषी व्यक्तियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने, अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार कर फास्ट ट्रेक अदालत के जरिए अविलंब सजा दिलाने की मांगें प्रमुख हैं।

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इसके अलावा रामपुर के जौहर विश्वविद्यालय में राज्य सरकार द्वारा किया जा रहा ‘‘अत्याचार” तत्काल बंद करने, सांसद आजम खां के खिलाफ दर्ज ‘‘फर्जी मुकदमे” समाप्त करने, विधायक अब्दुल्ला आजम खां का ‘‘उत्पीड़न एवं अवैध कार्रवाई” पर रोक लगाने, इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के बजाय मतपत्रों से चुनाव की व्यवस्था कराने की मांगें भी शामिल हैं।

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