आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। कर्नाटक में सरकार बनाने के करीब पहुंच चुकी कांग्रेस ने आज भाजपा उम्मीदवार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर देश के विभिन्न हिस्सों के साथ ही सूबे की राजधानी लखनऊ में भी जोरदार प्रदर्शन किया।
भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा के शपथ लेने पर कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय के पास कांग्रेसियों ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का पुतला फूंका। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पुलिस की नोंक-झोंक भी हुई। कांग्रेस नेताओ का कहना था कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के ही दबाव के चलते कर्नाटक के राज्यपाल ने येदियुरप्पा को सीएम पद की शपथ के लिए आमंत्रित किया था।
इस दौरान कांग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के गठबंधन को पूर्ण बहुमत होने एवं भाजपा की कम सीट होने के बावजूद राज्यपाल द्वारा भाजपा को सरकार बनाने एवं शपथ ग्रहण कराये जाने का निर्णय अलोकतांत्रिक और गैर कानूनी है। कर्नाटक में कांग्रेस को जहां 38 प्रतिशत मत मिले हैं वहीं भाजपा को 36 प्रतिशत।
भाजपा और राज्यपाल ने किया असंवैधानिक कृत्य
प्रदेश प्रवक्ता ने आगे कहा कि इसके पहले गोवा, मणिपुर एवं मेघालय में कांग्रेस के सिंगल लार्जेस्ट पार्टी होने के बावजूद भाजपा के गठबंधन को सरकार बनाने के लिए वहां के राज्यपालों द्वारा आमंत्रित किया गया। ठीक इसके विपरीत कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की पूर्ण बहुमत का संख्याबल होने के बावजूद भाजपा को सरकार बनाने एवं शपथ ग्रहण कराने का निर्णय लेकर भाजपा और वहां के राज्यपाल ने असंवैधानिक कृत्य किया है।
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वहीं प्रदर्शन के बारे में मीडिया को बताते हुए प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के इस अलोकतांत्रिक कदम के विरोध में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से पूर्व मंत्री रणजीत सिंह जूदेव के नेतृत्व में सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजनों ने विधानसभा की ओर कूच किया जहां रास्ते में लालबहादुर शास्त्री मार्ग पर भारी पुलिस बल द्वारा बैरीकेडि़ंग लगाकर कांग्रेसजनों को रोका गया जहां कांग्रेसजनों एवं पुलिस से काफी देर तक धक्का-मुक्की हुई। इसके बाद भी उन लोगों ने भाजपा एवं अमित शाह का पुतला फूंककर अपना विरोध जताया।
पुतला दहन करने वालों में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री रामकृष्ण द्विवेदी, एमएलसी दीपक सिंह, पूर्व मंत्री राजबहादुर, पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक सतीश अजमानी, डॉ. आरपी त्रिपाठी, बोधलाल शुक्ला, अनुसुइया शर्मा, वीरेंद्र मदान, अरूण प्रकाश सिंह, प्रमोद सिंह, अनीस अंसारी पूर्व आईएएस, एसजेएस मक्कड़, सिद्धिश्री, अंजुम खान, सुनीता रावत, आयाज खान ‘अच्छू’, सम्पूर्णानन्द मिश्र, रंजन दीक्षित, अरशी रजा, मुकेश सिंह चौहान समेत कांग्रेस के सैकड़ों नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहें।
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