शराब बिक्री को लेकर लल्‍लू ने योगी सरकार को चेताया, कहा इससे और बढ़ जाएगा कोरोना संक्रमण का खतरा, राजस्‍व से जरूरी जनता की जान

विरोधियों को निपटाने

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए लगाए गए लॉकडाउन थ्री के दौरान एक ओर जहां उत्‍तर प्रदेश में शराब बिक्री के चलते आम जनता व पुलिस हलकान नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय कुमार लल्‍लू ने इसे घातक निर्णय बताते हुए योगी सरकार को चेताया है।

लल्‍लू ने कहा है कि शराब बिक्री के चलते कोरोना के संक्रमण फैलने का खतरा और ज्‍यादा बढ़ जाएगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार द्वारा शराब बिक्री का आदेश दिये जाने पर कड़ा एतराज जताया है। कोरोना महामारी का प्रकोप प्रदेश में लगातार बढ़ रहा है। सोशल-डिस्टेंसिंग का पालन न होने पर संक्रमण का खतरा और बढ़ जायेगा। इसलिए योगी सरकार शराब की बिक्री पर रोक लगाए क्‍योंकि सरकारी राजस्‍व से ज्‍यादा जरूरी जनता की जान है।

वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए इस समय योगी सरकार को…

प्रदेश अध्‍यक्ष ने आज अपने एक बयान में मीडिया से कहा कि वर्तमान की परिस्थितियों को देखते हुए इस समय योगी सरकार को मुख्य रूप से कोरोना महामारी की रोकथाम, डॉक्टरों, नर्सो, टेक्नीशियनों तथा सफाईकर्मियों को पीपीई किट्स और मास्क उपलब्ध कराने, प्रवासी मजदूरों और जरूरतमंद लोगों को सुचारू रूप से घर पहुंचाने की जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सरकार को शराब बिक्री से ज्यादा इन मुद्दों पर काम करना चाहिये।

…नहीं किया जा सकता बर्दाश्त

साथ ही कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा कि लॉकडाउन में यूपी के किसान, सब्जी उत्पादक, दुग्ध उत्पादकों पर बुरा असर पड़ा है। सरकार को इन वर्गों की सहायता के लिये विशेष पैकेज का प्रावधान करना चाहिये, लेकिन योगी सरकार में जगह-जगह से यह खबर आ रही है कि सब्‍जी की दुकानों को तीतर-बितर किया जा रहा है। दूध उत्पादकों और वितरकों का उत्पीड़न किया जा रहा है। यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

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बताते चलें कि योगी सरकार के फैसले के बाद उत्‍तर प्रदेश में कल यानि सोमवार से अंग्रेजी व देशी शराब और बीयर की बिक्री शुरू कर दी गयी है। 40 दिनों के लॉकडाउन के बाद खुली शराब व बीयर की दुकानों पर कल बेकाबू भीड़ उमड़ी पड़ी। कई जगाहों पर एक किलोमीटर तक की लंबी लाइनों में खड़े लोग शराब खरीदने के लिए अपने बारी का इंतजार करते देखे गए तो अधिकतर जगहों पर शराब प्रेमियों पर ऐसा खुमार छाया रहा कि वह कोरोना वायरस का खतरा और सोशल डिस्टिंसिंग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीख को भूलकर एक दूसरे से धक्‍का-मुक्‍की करते नजर आएं।

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वहीं लॉकडाउन के चलते सुनसान पड़ी सड़कों पर शराब के नशे में बेहिसाब बाइक व कार दौड़ाने के चलते सोमवार को दर्जर्नों लोग सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। इसके अलावा शराब के चलते घरेलू हिंसा की घटनाओं की खबरें भी यूपी के तमाम जिलों से आती रहीं। हालांकि घरेलू हिंसा के समाचार लॉकडाउन के चलते पहले ही आर्थिक तंगी की मार झेल रहे अधिकतर गरीब वर्ग के परिवार से आएं हैं।

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इन सबके बीच कोरोना वैरियर्स यानि यूपी पुलिस की भी खासी फजीहज हो रही है। पुलिस शराब की दुकानों के आसपास अब न सिर्फ ग्राहकों को काबू करने में पसीना बहाना पड़ रहा है, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं व घरेलू हिंसा के चलते होने वाली घटनाओं के पीछे कार्रवाई करनी पड़ रही है।