शिक्षामित्रों को सहायक अध्‍यापक बनाकर सपा सरकार ने खोले थे रोजगार के दरवाजे: राजेंद्र चौधरी

जगदम्बिका पाल
प्रदर्शन करते शिक्षामित्र (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार को काम नहीं करने वाली के साथ ही काम बिगाड़ने वाली सरकार का दर्जा दिया है। सपा के मुख्‍य प्रवक्‍ता राजेंद्र चौधरी कहा कि पिछली सरकार ने जहां अपने कार्यकाल में विकास कार्यों में तेजी लाने के लिए जो जन हितकारी काम शुरू किए थे, उसे योगी सरकार ने अपने सात महीने के कार्यकाल में ही रोक दिया।

अपने एक बयान में योगी सरकार को युवाओं से रोजगार छीनने वाला बताते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक बनाकर रोजगार के नए द्वार खोले गए थे। अब योगी सरकार की कारस्‍तानी के चलते उनके आगे संकट खड़ा हो गया। शिक्षामित्र लगातार उससे जूझ रहे है।

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वहीं सूबे में योगी सरकार बनने के बाद 23 मार्च 2017 को एक आदेश पारित कर बेसिक शिक्षा परिषद में शिक्षकों की भर्ती पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन यह स्वागत योग्य है कि उच्च न्यायालय ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों और शिक्षा अनुदेशकों की भर्ती पर लगी रोक का आदेश रद्द कर दिया।

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मुख्‍य प्रवक्‍ता ने पिछली सरकार में किए गए तमाम विकास कार्यों को लेकर योगी सरकार के मंत्रियों के तमाम आरोपों पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने मेट्रो रेल, एक्सप्रेस-वे और गोमती रिवर फ्रंट जैसी शानदार योजनाएं लागू की थी।

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भाजपा के पास आज भी अपना बताने को कोई काम नहीं है। उसने गोमती रिवरफ्रंट की खूबसूरती को झाड़ झंखाड में बदल दिया है और एक्सप्रेस-वे की जांच का खूब शोर मचाया जो लड़ाकू जहाजों के उतरने के शोर में दब गया। जनेश्वर मिश्र पार्क और जेपी इंटरनेशनल सेंटर जैसे शानदार निर्माण के मुकाबले भाजपा सरकार एक भी नए निर्माण का उदाहरण प्रस्तुत नहीं कर पा रही है।

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