शिक्षामित्रों के लिए राहत वाली खबर, 60 साल में रिटायर होंगे प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले संविदा शिक्षक

शिक्षामित्र

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। तंगहाली से परेशान चल रहे शिक्षामित्रों के लिए कुछ राहत भरी खबर है। यूपी सरकार ने प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने वाले संविदा शिक्षकों को उनके रिटायरमेंट के लिए भी आयु सीमा तय कर दी है। अब उनको 60 साल तक पढ़ाने का मौका मिलेगा, हालांकि इस दौरान उनको पहले की तरह हर साल नवीनीकरण कराना होगा। ऐसे में कभी भी उनका नवीनीकरण निरस्त किया जा सकता है।

प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार का कहना है कि संविदा पर कार्यरत शिक्षक की उम्र जैसे ही 60 साल होगी उसी दिन से उनकी सेवा खत्म हो जाएगी। बताया जा रहा है कि सरकार के इस आदेश के बाद करीब 1.46 लाख शिक्षकों को लाभ मिलेगा। शिक्षामित्रों को 11 महीने के अभी नवीनीकरण किया जाता है। उसको इस व्यवस्था में भी लागू किया गया है। वर्तमान में शिक्षामित्र दस हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय पा रहे हैं। इससे पहले वह करीब 39 हजार रुपए वेतन पाते थे।

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वहीं इस दौरान शिक्षामित्र संविदा की जगह नियमित करने की मांग कर रहे है। इसको लेकर अगामी 20 फरवरी को लखनऊ में महासम्मेलन किया जाएगा। इसमें संविदा शिक्षकों के साथ उनके परिवार के लोग भी शामिल होंगे। इसको लेकर राज्य कर्मचारी महासंघ से भी बात की जा रही है। उनका समर्थन लेकर आंदोलन को तेज किया जाएगा।

दरअसल यूपी में साल 1999 में संविदा व्यवस्था की शुरुआत हुई थी। तब शिक्षकों की कमी को देखते हुए इसको शुरू किया गया था। इसमें उनका मानेदय भी बढ़ता गया। धीरे-धीरे इनका मानदेय बढ़ाया गया । इस दौरान समाजवादी पार्टी की सरकार में साल 2014 में ट्रेनिंग आदि के माध्यम से पहले बैच के शिक्षा मित्रों को स्थायी भी किया गया, हालांकि बाद में इसको निरस्त कर दिया गया और उनको फिर से मानदेय दिया जाने लगा।

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