बड़ी खबर: निरीक्षण करने विद्यालय पहुंचे DM ने शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी व सहायिका समेत चार महिलाओं को किया बर्खास्‍त, जानें पूरा मामला

शिक्षामित्र आंगनबाड़ी सहायिका बर्खास्‍त
विद्यालय के बारे में जानकारी लेते डीएम वाराणसी।

आरयू ब्‍यूरो, वाराणसी। सिकरौल नंबर एक स्थित प्राथमिक विद्यालाय का सोमवार को डीएम वाराणसी एस. राजलिंगम ने औचक निरीक्षण कर शिक्षा की गुणवत्‍ता परखी किया। निरीक्षण में ढेरों गड़बड़ी मिलने पर जहां जिलाधिकारी ने नाराज होकर शिक्षामित्र, आंगनबाड़ी व सहायिका समेत चार महिलाओं को नौकरी से बर्खास्‍त कर दिया।

कार्रवाई से मचा हड़कंप

वहीं डीएम के इस एक्‍शन की खबर लगते ही जनपद के सभी प्राथमिक विद्यालय समेत शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। बड़ी कार्रवाई करने के साथ ही आज डीएम ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सभी अध्यापक समय से विद्यालय आएं और अपने दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करें।

इन पर गिरी गाज

आज सुबह एकाएक प्राथमिक विद्यालय पहुंचे जिलाधिकारी ने शिक्षकों वे बच्‍चों की उपस्थिति की जांच की। बिना सूचना अनुपस्थित मिलने पर उन्होंने शिक्षामित्र पुष्पा राय, आंगनबाड़ी कार्यकत्री बीना देवी, ममता चौबे व सहायिका पिंकी यादव को बर्खास्त करने का निर्देश दिया।

स्‍कूल से गायब मिलें आधे से ज्‍यादा बच्‍चे

मौके पर 103 में 45 ही बच्‍चों की मौजूदगी पर भी नाराजगी जताने के साथ ही डीएम ने कहा कि स्कूल में इतने ज्यादा बच्चे नदारत हैं, जिन्हें स्कूल लाने की जिम्मेदारी यहां के शिक्षकों की है व पता करें कि आखिर बच्चे क्यों नहीं आ रहे।

अभिभावकों से संपर्क कर पढ़ाई के लिए करें प्रेरित

साथ ही डीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि प्राथमिक स्तर से बेहतर शिक्षा मिलने से बच्चे भविष्य में बेहतर करेंगे। इसलिए शिक्षा का स्तर बेहतर बनाया जाना चाहिए। हर समस्या का निराकरण कराकर बेहतर पठन-पाठन का माहौल बनाया जाए। सभी अध्यापक समय से विद्यालय आएं और अपने दायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ करें। उन्होंने कहा कि बच्चों के अभिभावकों से भी हमेशा संपर्क बनाए रखें और बच्चों की पढ़ाई को लेकर उन्हें भी प्रेरित करते रहें।

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किताब नहीं होने पर भी डीएम नाराज, “पूछा, पैसा मिल रहा या नहीं”

इसके अलावा जिलाधिकारी ने विद्यालय में साफ-सफाई नहीं होने पर काफी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने बच्चों से सवाल-जवाब कर शिक्षा की गुणवत्ता परखी और बच्चों के जवाबों से संतुष्ट दिखे। कुछ बच्चों के पास किताबे न होने पर डीएम का गुस्‍सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने बच्चों से पूछा कि पैसा मिल रहा है कि नहीं जो डीबीटी के तहत 12 बच्चों को पैसा नहीं मिला था, उस पर भी काफी नाराजगी व्यक्‍त करते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई।

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