आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद प्रदेश भर में प्रदर्शन कर रहे शिक्षा मित्रों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर विधान परिषद में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने गोरखपुर समेत अन्य जिलों में शिक्षा मित्रों पर हुए लाठीचार्ज पर योगी सरकार के खिलाफ जमकर गुस्सा निकाला। विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की वजह भी प्रदेश सरकार की लचर पैरवी को बताया। हंगामे की वजह से प्रश्नकाल भी नहीं चल सका।
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आज पूवार्ह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा के पूर्व मंत्री व विपक्ष के नेता अहमद हसन ने कहा कि अपने समायोजन पर रोक लगाए जाने से टूट चुके शिक्षा मित्रों को सहारा देने की जगह योगी सरकार बर्बर लाठीचार्ज करवा रही है।
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उन्होंने आगे कहा कि सरकार के इसी रवैये के चलते अब तक दो शिक्षा मित्र आत्महत्या तक कर चुके हैं। इसके बाद सपा के साथ ही बसपा और कांग्रेस सदस्य भी सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोबीच पहुंच गए।
जिस पर शोर-शराबा कर रहे सदस्यों से सभापाति रमेश यादव ने अपने अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया, लेकिन आक्रोशित सदस्य नहीं माने जिसपर सभापति ने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित कर दी। उसके बाद स्थगन की अवधि अपराह्न 12 बजे तक के लिए बढ़ा दी गई। इसी सबके चलते आज प्रश्नकाल भी नहीं हो सका।
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अपराह्न करीब 12 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो सदन के बीचोबीच धरना दे रहे सपा, बसपा और कांग्रेस सदस्यों ने खड़े होकर फिर से सरकार विरोधी नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति रमेश यादव ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपने अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया, मगर शोर नहीं बंद करने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही दोबारा स्थगित कर दी।
बाद में सभी विपक्षी दलों के सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया और सेंट्रल हाल पहुंच गए। इस दौरान विपक्ष के बिना ही 15 मिनट में सभी विधेयक पास हुए।