शिवपाल यादव ने जारी किया मॉरीशस सोशलिस्ट कांउसिल का कैप

मॉरीशस सोशलिस्ट कांउसिल
मेहमानों को उपहार देते शिवपाल सिंह यादव व अन्य।

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्‍ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने आज मॉरीशस सोशलिस्ट कांउसिल का कैप जारी करते हुए कहा कि भारत व मॉरीशस भले ही दो अलग देश हैं, लेकिन दोनों की सांस्कृतिक आत्मा एक है। वहां की जनता हम भारतीयों की तरह चाहती है कि भारत को सुरक्षा परिषद की स्थाई सदस्यता और हिंदी को अधिकारिक भाषा का दर्जा मिले।

यह भी पढ़ें- श्रद्धांजलि अर्पित कर शिवपाल ने कहा, भदंत गलगेदर ने किया मानवीय मूल्‍यों को मजबूत

शिवपाल यादव ने आगे कहा कि भारत व हिंदी के लिए इण्डो-मॉरीशस सोशलिस्ट कांउसिल के स्वयंसेवक ढाई लाख हस्ताक्षर करा चुके हैं। शीघ्र ही हस्ताक्षर के प्रपत्र संयुक्‍त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधि को सौंपा जाएगा। भारत दुनिया का दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला जहां देश है, वहीं हिंदी विश्‍व की तीसरी सबसे बड़ी भाषा। दोनों के वैश्विक सम्मान से वैश्विक लोकतंत्र को गुणात्मक ताकत मिलेगी।

मॉरीशस स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्‍य अतिथि होंगे शिवपाल

कार्यक्रम के दौरान मॉरीशस सोशलिस्ट कांउसिल के सचिव डी. आशू ने कांउसिल के तत्वाधान में किए गए कार्यक्रमों की रिपोर्ट शिवपाल यादव को सौंपते हुए 12 मार्च को बेलमार में आयोजित मॉरीशस स्वतंत्रता दिवस समारोह में बतौर मुख्‍य अतिथि आने के लिए आमंत्रित किया। वहीं शिवपाल यादव ने अपने विदेशी मेहमानों को भगवत गीता के अलावा गांधी व लोहिया के साहित्‍य के भेंट किए।

‘समाजवादियों के सतत् संघर्ष का प्रतीक है लाल कैप’

वहीं समाजवादी चिंतक व चिंतन सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र ने बताया कि सोशलिस्ट कांउसिल की लाल कैप समाजवादियों के सतत् संघर्ष का प्रतीक है। भारत की तरह मॉरीशस में समाजवादी आंदोलन व स्वतंत्रता संग्राम साथ-साथ चला। इस समय मॉरीशस सोशलिस्ट मूवमेण्ट की मॉरीशस में सरकार है। भारतीयों का शिष्टमंडल मार्च के प्रथम सप्ताह में शिवपाल यादव के नेतृत्व में मॉरीशस जाएगा।

यह भी पढ़ें- EVM में गड़बड़ी होती तो नहीं जीतता मैं चुनाव: शिवपाल

विक्रमादित्य मार्ग स्थित शिविर कार्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में पूर्व मंत्री शाकिर अली, अग्रवाल समाज सभा के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, वरिष्ठ समाजवादी नेता श्रीपति सिंह, समाजवादी नेता अशोक यादव समेत दर्जनों लोग मौजूद रहें।

यह भी पढ़ें- शिवपाल का अखिलेश पर निशाना, युवा समाजवादियों को छोटे लोहिया से लेनी चाहिए प्रतिबद्धता की सीख