ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टॉर की बरसी पर स्‍वर्ण मंदिर में लहराई तलवारें, लगे खालिस्‍तान जिंदाबाद के नारे

Golden Temple

आरयू वेब टीम।

एक तरफ जहां कश्‍मीर समेत देश भर में शांति व्‍यवस्‍था कायम करने के लिए हर स्‍तर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर आज ऑपरेशन ब्‍लू स्‍टॉर की बरसी पर पंजाब के अमृतसर स्थित स्‍वर्ण मंदिर में न सिर्फ खालिस्‍तान जिंदाबाद के नारे लगाए गए वहीं तलवारें भी लहराई गई।

ऑपरेशन ब्लू स्टार के 33 साल पूरे होने पर आज आंतरिक अशांति को फैलाने में अहम भूमिका निभाने वाले खालिस्तान के लिए जिंदाबाद के नारे लगाए जाने की जानकारी मिलते ही स्‍थानीय पुलिस-प्रशासन हरकत में आ गया है, हालां‍कि आज की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने अमृतसर समेत पंजाब के कई भागों में पहले ही चौकसी बढ़ा दी थी।

सीआरपीएफ, आईटीबीपी और आरएएफ सहित अर्धसैनिक बलों की करीब 15 कंपनियां राज्य के विभिन्न हिस्सों में तैनात की गयी हैं। दअरसल, कई कट्टरपंथी संगठनों ने स्वर्ण मंदिर में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए की गयी सैन्य कार्रवाई की बरसी मनाने की घोषणा की थी।

जानकारी के अनुसार अमृतसर में अर्धसैनिक बलों की 7 कंपनियां तैनात की गयी हैं, जबकि बाकी कंपनियां लुधियाना, जालंधर, फगवाड़ा, मोहाली, बटाला और पठानकोट तथा गुरदासपुर जिलों में चौकसी कर रही है। केवल अमृतसर में ही करीब 5,000 सुरक्षाकर्मियों को कानून व्यवस्था कायम रखने के लिए तैनात किया गया है।

सीआरपीएफ और आईटीबीपी की पांच कंपनियां और आरएएफ की दो कंपनियां यहां तैनात की गई हैं। कई स्थानों पर लगाए गए सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी की जा रही है। स्वर्ण मंदिर के आसपास भी सुरक्षा बढ़ाई गई है, जबकि परिसर के अंदर एसजीपीसी का कार्यबल निगरानी कर रहा है।

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वर्ष 1995 में पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड के दोषी बलवंत सिंह राजोआना ने सभी राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों से मंगलवार को ऑपरेशन ब्लूस्टार के 33 साल होने पर शांति और सौहार्द बनाए रखने का अनुरोध किया है। यहां केंद्रीय कारागार से एक पत्र में राजोआना ने सभी सिख धार्मिक और राजनीतिक संगठनों से अपने मतभेद भुलाने और ऑपरेशन ब्लूस्टार के शहीदों को श्रद्धांजलि देने की अपील की।

राजोआना के हाथ से लिखे गए दो पन्ने के पत्र को उसकी बहन कमलदीप कौर ने मीडिया में जारी किया। हत्या अपराधी ने सभी धड़ों से अकाल तख्त की पवित्रता बनाए रखने को कहा। उसने लिखा है कि हमें बस गुरबानी के जरिए सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देनी चाहिए। नारेबाजी मत करें। बब्बर खालसा का अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी राजोआना 31 अगस्त 1995 को हुई पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या का मुख्य दोषी है।

बताते चले कि आज ही के दिन साल 1984 को पंजाब में आतंरिक आतंकवाद को बढ़ावा देने और खालिस्तान की मांग करने वाले हथियारबंद आतंकियों को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से खदेड़ने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया गया था।