आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मंगलवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के प्रस्तावित सोनभद्र दौरे से पहले सोमवार को भाजपा ने उन पर हमला बोला है। बीजेपी ने आज कहा है कि कांग्रेस के शासनकाल में सोनभद्र में हुई जमीन की धांधलियों के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को माफी मांगनी चाहिए। उन्हें अगर जनता की समस्याओें से ईमानदारी से सरोकार होता तो वह कांग्रेस सरकार के दौरान हुई जमीनों की धांधलियों पर पश्चाताप करतीं।
यह भी पढ़ें- खून से लाल हुई UP, जमीन विवाद में सोनभद्र में गोली बरसाकर तीन महिलाओं समेत दस की हत्या, 25 घायल
बीजेपी के प्रदेश मुख्यालय पर मीडिया से बात करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चन्द्रमोहन ने यहां तक कहा कि प्रियंका का सोनभद्र दौरा कांग्रेस की ओछी राजनीति का एक उदाहरण है। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सोनभद्र में जमीनों का विवाद साल 1955 से शुरू हुआ, जब कांग्रेस सरकार के दौरान ग्राम समाज की जमीन को एक निजी सोसायटी को पट्टा कर दिया गया था। कांग्रेस सरकार के दौरान सोनभद्र ही नहीं प्रदेश के कई इलाकों में जमीनों की संस्थागत लूट हुई है। इस मुद्दे से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ही प्रियंका वाड्रा सोनभद्र में उम्भा गांव में हुई दुखद घटना के पीड़ितों से मिलने का नाटक कर रही हैं।
यह भी पढ़ें- सोनभद्र नरसंहार: पीड़ितों से मिलने पहुंचे CM योगी ने घटना के लिए सपा-कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार, की घोषणाएं
चन्द्रमोहन ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रियंका गांधी यह भी बताएं कि केंद्र में कांग्रेस की सरकार रहने के दौरान कितने गरीबों की जमीनों पर हुए अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया? कितने गरीबों को जमीनों का कब्जा दिया गया? ऐसे किसी भी सवाल से ध्यान बंटाने के लिए प्रियंका वाड्रा इधर-उधर की तरकीब निकाल रहीं हैं, लेकिन जनता के सामने कांग्रेस का चरित्र सामने आ चुका है।