सोनभद्र में बॉयलर की शटरिंग गिरने से 13 मजदूर घायल, पांच की हालत गंभीर

सोनभद्र में बॉयलर
मौके पर मौजूद लोग व सुरक्षाकर्मी।

आरयू संवाददाता, सोनभद्र। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र स्थित 1200 मेगावाट की अनपरा-सी लैंको परियोजना में रविवार सुबह अचानक बॉयलर गिर गया। हादसे के समय मौके पर 16 मजदूर काम कर रहे थे। वे बॉयलर के नीचे दब गए। सीआइएसएफ के जवानों ने अन्य मजदूरों की मदद से सभी मजदूरों का रेस्क्यू कर घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। हादसे में 13 मजदूर घायल हुए हैं। जिनमें से पांच की हालत गंभीर है।

प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, 1200 मेगावाट की अनपरा सी लैंको परियोजना में 600 मेगावाट की यूनिट नंबर दो के बॉयलर अनुरक्षण के लिए 80 मीटर ऊंचाई पर मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक बॉयलर गिर गया। इसमें काम कर रहे श्रमिक नीचे गिरकर घायल हो गए। इसके बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। करीब एक घंटे की मशक्कत के बाद सभी मजदूरों को बाहर निकाल कर उन्हें नेहरू अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां इलाज चल रहा है।

हादसे की सूचना पाकर मजदूर व उनके परिजन यूनिट के बाहर जुट गए। वे परियोजना के भीतर हादसा स्थल पर जाने की जिद करने लगे। पुलिस ने उन्हें रोका तो नारेबाजी की गई। पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि समझा बुझाकर लोगों को शांत कर दिया गया है।

यह भी पढ़ें- हापुड़ में मावा बनाने वाली फैक्‍ट्री में फटा बॉयलर,15 झुलसे

इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘सोनभद्र स्थित एलएएनसीओ पावर प्लांट में मेंटेनेंस के दौरान एक टीन शेड गिरने की वजह से 13 मजदूर जख्मी हो गए। 13 में से पांच गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं, जो अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं, आठ को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।’

ये हुए गंभीर रूप से घायल

  • धर्मजीत (25) निवासी घघरा (सोनभद्र),

  • शिवम (20) निवासी अनपरा (सोनभद्र),

  • विवेक (34) निवासी (कासगंज),

  • संदीप कुमार (25) निवासी घघरा (सोनभद्र),

  • शिव कुमार(27) निवासी ओबरा (सोनभद्र)।

वहीं घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जख्मी मजदूरों की हर संभव मदद दी जाए। मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान के मुताबिक, ‘सोनभद्र में एलएएनसीओ कंपनी में हुए हादसे का मुख्यमंत्री ने स्वत: संज्ञान लिया है और उन्होंने स्थानीय प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि जख्मी मजदूरों का अच्छी तरह से इलाज करवाया जाए। एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एनर्जी को मामले की जांच और उचित कार्रवाई के भी निर्देश दिए हैं।’

यह भी पढ़ें- लखनऊ की आटा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, मांगनी पड़ी एयरफोर्स से मदद