आरयू इंटरनेशनल डेस्क।
श्रीलंका समेत दुनिया को दहला देने वाले ईस्टर के मौके पर हुए आठ बम धमाकों से लोगों में खौफ है। वहीं दुनिया भर में इन हमलों की कड़ी निंदा हो रही है। धमाके में मरने वालों का आकड़ा बढ़कर सोमवार को करीब 290 हो गया है, जबकि घायलों की संख्या 500 से अधिक है। मरने वालों में छह भारतीय नागरिक भी हैं। फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि शक के आधार पर 24 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने स्थानीय मीडिया को बताया कि इन 24 लोगों को कोलंबो और उसके आसपास दो स्थानों से गिरफ्तार किया गया है। साथ ही सुरक्षा के लेहाज से सरकार ने रविवार शाम छह बजे से सुबह छह बजे तक पूरे देश में कर्फ्यू की घोषणा की थी।
राष्ट्रपति की जनता से अपील, अफवाहों से मूर्ख न बनें
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने स्थानीय समाचार चैनलों पर पढ़े गए एक विशेष संदेश में जनता से शांत रहने और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का अनुरोध किया। सिरिसेना ने कहा, “जो स्थिति आई है, उससे हैरान और दुखी हूं। इन जघन्य कृत्यों के पीछे क्या साजिश है, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। कृपया शांत रहें और अफवाहों से मूर्ख न बनें।”
सोशल मीडिया मंचों को किया गया ब्लॉक
इस बीच, राजधानी में विभिन्न धार्मिक स्थलों की सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राष्ट्रपति के सचिव उदय आर सेनाविरत्ने की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि सरकार ने गलत सूचना के प्रसार को रोकने के लिए सभी सोशल मीडिया मंचों को ब्लॉक करने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने विस्फोटों की शुरुआती जांच का विवरण नहीं बताया, उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”पुलिस आपको जांच के बाद जानकारी देगी। पुलिस और सुरक्षा बलों को निर्देश दिया गया है कि वह अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज करें।”
विदेश मंत्रालय ने की जेडीएस कार्यकर्ताओं की मौत की पुष्टि
वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने हमले में जनता दल सेक्युलर के दो कार्यकर्ताओं की मौत की पुष्टि कर दी है, जिनके नाम केजी हनुमानथरयप्पा और एम रंगरप्पा हैं। दोनों की राजधानी कोलंबो में हुए धमाके में मौत हुई है, जबकि पांच लापता हैं। कार्यकर्ताओं की मौत पर कुमारस्वामी ने कहा, ‘जेडीएस कार्यकर्ताओं की मौत से मुझे गहरा सदमा पहुंचा है। उन्हें मैं निजी तौर पर जानता था। दुख की इस घड़ी में हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
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यहां बताते चलें कि रविवार को शुरुआती धमाके उस समय हुए, जब ईस्टर की प्रार्थना के लिए लोग चर्च में एकत्रित थे। पहला धमाका कोलंबो में सेंट एंटनी चर्च और दूसरा धमाका राजधानी के बाहर नेगोम्बो कस्बे के सेबेस्टियन चर्च में हुआ। वहीं, तीसरा धमाका पूर्वी शहर बाट्टिकालोआ के चर्च में हुआ। इसके साथ ही द शांगरीला, द सिनामॉन ग्रैंड और द किग्सबरी होटल को भी निशाना बनाया गया।
पुलिस प्रवक्ता रूवान गुनसेकेरा ने स्थानीय मीडिया को बताया कि कोलंबो जू के सामने एक होटल में सातवां विस्फोट हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई है और घायलों को कोलंबो दक्षिण अस्पताल में स्थानांतरित किया गया।