आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। सूबे की राजधानी में पुलिस के शिक्षकों पर लाठियां बरसाने का दौर शिक्षक दिवस पर भी जारी रहा। 40 माह से वेतन नहीं मिलने और नियमित नियुक्ति की मांग को लेकर विधानभवन घेरने जा रहे आदर्श प्रेरक शिक्षकों को पुलिस ने लाठियों से पीटकर खदेड़ दिया।
बर्लिंगटन चौराहे के पास विभिन्न जिलों से आए हजारों की संख्या में मौजूद महिला व पुरुष प्रेरक शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पुलिस ने पीटा। लाठीचार्ज में दर्जनों शिक्षक घायल हैं। वहीं भीषण गर्मी और भगदड़ के बीच कई महिला प्रेरक शिक्षक बेहोश भी हो गई।
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पुलिस की इस कार्रवाई से शिक्षकों में पुलिस के साथ ही योगी सरकार के खिलाफ भी जबरदस्त आक्रोश हैं। विभिन्न जिलों से आए आदर्श प्रेरक शिक्षकों ने नाराजगी जताते हुए बताया कि उन लोगों को काम के एवज में मात्र दो हजार रुपए मानदेय दिया जाता था। इसके बाद भी करीब तीन सालों से उन लोगों को मानदेय नहीं दिया गया।
जो सरासर अन्याय है, मांग करने पर हमेशा टाल दिया जाता रहा है, इसलिए आज हम लोग अपनी आवाज योगी जी तक पहुंचाने के लिए विधानभवन के पास आदर्श लोक शिक्षा प्रेरक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले प्रदर्शन करने जा रहे थे, लेकिन पुलिस बल ने उन लोगों को लाठियों से बुरी तरह से पीट दिया।
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बता दें कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने गुरुओं और शिक्षकों का मान बढ़ने के लिए अपने जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने की बात कही थी। उसी के बाद से ही देश आज यानि पांच सितम्बर को हमेशा शिक्षक दिवस मनाता आ रहा है।