आरयू वेब टीम। पूर्वोत्तर भारत में एक बार फिर बड़ी राजनीतिक घटना घटी है और इस बार यह मामला मेघालय से सामने आया है। 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा में चार अन्य विधायक भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसमें टीएमसी का और एक निर्दलीय विधायक के अलावा सत्तारुढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के दो विधायकों भाजपा में शामिल हो गए हैं। मेघालय विधानसभा में भाजपा के दो विधायक हैं, हालांकि तीनों विधायक पिछले महीने ही विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं।
मेघालय में भाजपा में चारों विधायकों के शामिल होने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर मेघालय के ये चार विधायक भाजपा में शामिल हो रहे हैं। बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में एनपीपी के दो विधायक फेरलिन संगमा और बेनेडिक मारक हैं, जबकि टीएमसी के एच एम शांगप्लियांग और निर्दलीय विधायक सैमुअल एम संगमा शामिल हैं।
असम के मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि मेघालय में इस बार हम सरकार बनाने के लिए चुनाव लड़ेंगे। इससे पहले हमारे दो विधायक थे। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा मेघालय, त्रिपुरा और नागालैंड में अगामी विधानसभा चुनाव जीतने जा रही है।
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इससे पहले पिछले महीने 28 नवंबर को मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के दो और विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक विधायक ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया जिससे दोनों दलों को झटका लगा। तीनों ने संबंधित दलों की सदस्यता भी छोड़ दी है। उन्होंने तभी घोषणा किया था कि वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगे। एनपीपी के नेतृत्व वाले मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस में भाजपा सहयोगी है।
तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद 60 सदस्यीय विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 57 हो गई है। वर्तमान में, एनपीपी के सदन में 21 सदस्य, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के आठ विधायक, भाजपा के दो विधायक हैं. तो वहीं, टीएमसी के 11 विधायक हैं।