स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने स्‍वीकारा, UP के अस्‍पतालों में बेड व ऑक्‍सीजन की कमी, वजह भी बताई

कोरोना की तीसरी लहर
स्वास्थ्य मंत्री, जय प्रताप सिंह। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण व स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यवस्‍थाओं के अभाव ने हालात को और भी भयावह कर दिया है। वहीं रविवार को उत्‍तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने प्रदेश के अस्पतालों में बेड व ऑक्सीजन की कमी को स्वीकारा है। उन्होंने बताया कि यूपी में कोरोना मरीजों की अचानक बढ़ी संख्या से अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है। साथ ही कहा कि उन्होंने इस स्थिति पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से चर्चा की।

मीडिया से बात करते हुए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री ने बताया कि शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षद्धन के साथ चर्चा में प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता का भी मुद्दा उठाया गया। अभी हमें 200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत है और 30 अप्रैल तक 235 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ेगी।

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इसके अलावा आज  मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति को और बेहतर करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर दस नए ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने हैं। इस कार्य में डीआरडीओ का सहयोग मिल रहा है। इसके अलावा, भारत सरकार के स्तर से भी ऑक्सीजन आपूर्ति की मॉनिटरिंग की जा रही है।

उन्होंने अफसरों को निर्देश दिया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए समन्वय बनाते हुए डिमांड भेजें। ऑक्सीजन के संबंध में अगले 15 दिनों की अनुमानित मांग के अनुरूप उपलब्धता बनाया जाए। इसके साथ-साथ प्रदेश में ऑक्सीजन वितरण की प्रक्रिया में भी संतुलन बनाए रखा जाए। प्रत्येक अस्पताल में न्यूनतम 36 घंटे का ऑक्सीजन बैकअप होना चाहिए।

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