आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल द्वारा एकाएक सोमवार की शाम अपने पद से इस्तीफा दिये जाने को अत्यंत ही आश्चर्यचकित करने वाला फैसला बताते हुए बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने कहा कि वास्तव में यह इस्तीफे का फैसला साबित करता है कि मोदी सरकार की आर्थिक नीति से केवल देश की आमजतना में ही नहीं, बल्कि संवैधानिक व स्वायत्त संस्थाओं में भी काफी असंतोष व रोष है।
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आज शाम अपने एक बयान में सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तो साफ हो गया है कि मोदी सरकार द्वारा आर्थिक इमरजेंसी लगाने वाले नोटबंदी के अपरिपक्व फैसले के साथ-साथ आपाधापी में आधी रात से ही लागू किये गए जीएसटी के अलावा सरकारी बैंकों पर धन्नासेठों को हर प्रकार से धन मुहैया कराने आदि की गरीब-विरोधी व धन्नासेठ-समर्थक नीतियों से कोई भी संस्था सहमत नहीं है।
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मायावती ने आगे कहा कि इसीलिये विभिन्न संस्थाओं के प्रमुख लोग एक-एक करके इस सरकार से अलग होते जा रहे हैं। यह मोदी सरकार की गलत नीतियों व अहंकारी कार्यप्रणाली को करारा जवाब है।
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