आरयू ब्यूरो, वाराणसी/जौनपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे। यहां एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के के बाद दोपहर लगभग साढ़े बारह बजे बाबा विश्वनाथ धाम पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पुराधिपति बाबा विश्वनाथ की षोडशोपचार विधि से पूजा की। साथ ही विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण कार्य को लेकर अधिकारियों से बातचीत की। इसके बाद दीनदयाल अस्पताल पहुंचे और वहां पर कोरोना के मरीजों के लिए बनाए गए आइसोलेशन वार्ड सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं का निरीक्षण किया।
इस दौरान योगी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना को लेकर बेहद सतर्कता बरतें, किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मीडिया से बातचीत में कहा कि कोरोना से बचाव को लेकर प्रदेश सरकार मुस्तैद है। सभी तरह के इंतजामों की निगरानी के लिए टीम गठित की गई है। सभी जिलों में कोरोना से बचाव के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को मुकम्मल बनाने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
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आपदा पीड़ितों को दिया मुआवजे का चेक
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने गुरुवार की रात आंधी और बारिश के दौरान तीन मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये का चेक व फसलों की क्षति के लिए 51 किसानों को मुआवजा राशि का चेक प्रदान किया। जौनपुर जिले के करंजाकला ब्लॉक परिसर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों से संवेदना जताते हुए कहा कि सरकार उनके साथ खड़ी है। नुकसान की भरपाई के लिए हरसंभव मदद दी जाएगी। उन्होंने प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन को एक सप्ताह के अंदर नुकसान का सर्वेक्षण कराकर किसानों की क्षतिपूर्ति दिलाने का निर्देश दिया।
उन्होंने वर्ष 2016 में आये हुद-हुद तूफान का जिक्र करते हुए कहा कि पहले क्षतिपूर्ति पाने में किसानों को वर्षों लग जाते थे, लेकिन अब एक सप्ताह में किसानों को मदद दी जा रही है। कार्यक्रम में मछलीशहर सांसद बीपी सरोज, राज्य मंत्री गिरीश चंद यादव, विधायक रमेश चंद मिश्र, दिनेश चौधरी, हरेंद्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।