भाजपा के टिकट काटने पर वरुण गांधी ने पीलीभीत की जनता को लिखा इमोशनल लेटर, कहा मैं आपका था, हूं और रहूंगा

वरुण गांधी

आरयू ब्यूरो, लखनऊ/पीलीभीत। 25 मार्च को जारी भाजपा की पांचवीं उम्मीदवारों की लिस्ट में वरुण गांधी की जगह पार्टी ने पूर्व कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद को उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट से चुनाव लड़ने के लिए नियुक्त किया। टिकट कटने के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को पीलीभीत की जनता के लिए एक इमोशनल लेटर जारी किया है। जिसमें वरुण ने पीलीभीत के लोगों उसका परिवार बताया है। साथ ही कहा कि ‘मैं आपका था, हूं और रहूंगा’।

एक्स पर पोस्ट किए लेटर में वरुण गांधी ने कहा कि आज जब मैं यह पत्र लिख रहा हूं तो अनगिनत यादों ने मुझे भावुक कर दिया है। मुझे वह तीन साल का छोटा बच्चा याद है जो 1983 में अपनी मां की उंगली पकड़कर पहली बार पीलीभीत आया था, उसे क्या पता था कि एक दिन यह धरती उसकी कर्मभूमि बन जाएगी और यहां के लोग उसका परिवार बन जाएंगे।

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वरुण ने अपने पत्र में लिखा कि मैं अपने आपको भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे वर्षों तक पीलीभीत की महान जनता की सेवा करने का अवसर मिला। न केवल एक सांसद के रूप में बल्कि, एक व्यक्ति के रूप में भी मेरे पालन-पोषण और विकास में पीलीभीत से मिले आदर्शों, सादगी और दयालुता का बहुत बड़ा योगदान है।

उन्होंने कहा कि आपका प्रतिनिधि होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और मैंने हमेशा अपनी सर्वोत्तम क्षमता से आपके हितों की वकालत की है। उत्तर प्रदेश की पीलीभीत सीट, जिस पर वरुण ने दो बार जीत हासिल की, पर 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान होना है। इस सीट के लिए उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल करने का काम 27 मार्च को बंद हो गया।

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भाजपा के गांधी ने आगे कहा कि भले ही एक सांसद के रूप में मेरा कार्यकाल समाप्त हो रहा है, लेकिन पीलीभीत से मेरा रिश्ता मेरी आखिरी सांस तक खत्म नहीं हो सकता। एक सांसद के रूप में नहीं तो एक बेटे के रूप में, मैं जीवन भर आपकी सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं और मेरे दरवाजे पहले की तरह आपके लिए हमेशा खुले रहेंगे।

साथ ही कहा कि मैं आम आदमी की आवाज उठाने के लिए राजनीति में आया हूं और आज मैं आपका आशीर्वाद चाहता हूं कि आप हमेशा यह काम करते रहें, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत चुकानी पड़े। मेरे और पीलीभीत के बीच का रिश्ता प्यार और विश्‍वास का है, जो किसी भी राजनीतिक योग्यता से कहीं ऊपर है। मैं आपका था, हूं और रहूंगा।

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