आरयू ब्यूरो,लखनऊ/पीलीभीत। भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बुधवार को अपने लोकसभा क्षेत्र पीलीभीत में जनसभा कर अपनी ही मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं हैं। वरुण गांधी ने कहा कि अभी देश बहुत गंभीर संकट में है। महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है। मगर, केंद्र की सत्ता में बैठे लोग बिल्कुल भी फिक्रमंद नहीं हैं। साथ ही वरुण गांधी ने कहा, देश बिक रहा है, निजीकरण के नाम पर देश के संसाधनों को बेचा जा रहा है। पूर्वजों ने कुर्बानियां देकर देश को आजाद कराया और उसे बर्बाद किया जा रहा है। हम इसे बर्बाद होते नहीं देख सकते।
भाजपा सांसद ने अपनी सरकार के खिलाफ बागी तेवर दिखाते हुए कहा कि अगर एयरपोर्ट, रेल, सेल, बीएसएनएल सब बिक जाएगा तो आम इंसान के बच्चों को सरकारी नौकरी कौन देगा। लाखों नौकरियां पूंजीपतियों के हाथों में चली जाएंगी। वो (पूंजीपति) लोगों को नौकरी से हटाएंगे। जो इंसान 40 या 50 साल में नौकरी से हटा दिया जाएगा फिर वो कहां जाएगा।
क्या बड़े उद्योगपति देने आएंगे रोजगार
उन्होंने आगे कहा कि आम इंसान के लिए रोजगार बंद हो जाएंगे। क्या बड़े उद्योगपति रोजगार देने आएंगे। नौजवान को क्या उम्मीद बचेगी। छोटी-मोटी नौकरी मिल जाए बस। किसान की बात करें तो पांच साल में गन्ने का रेट नहीं बढ़ा। उन्होंने कहा कि मैंने हल्ला काटा तब बढ़ा। धान का सरकारी रेट सिर्फ कागजों पर मिला। हकीकत में 1000-1200 रुपये क्विंटल में ही धान बिका। उन्होंने कहा कि मैंने धान मंडी में विरोध किया तब कुछ सुनवाई हुई।
भ्रष्ट राजनीति के प्रति भी जागरूक होने की जरुरत
वरुण गांधी ने कहा कि कोरोना और ओमीक्रॉन की तरह भ्रष्ट राजनीति के प्रति भी जागरूक होने की जरुरत है। आज राजनीति स्वार्थ और भ्रष्टाचार से लिप्त है। देश की चिंता करें। राजनीति में ईमानदार लोगों को लाइए। ऐसे नेताओं को चुनिए जो आपके कष्ट को अपना कष्ट मानकर दूर करे। कोविड काल मे उन्होंने करोड़ो रूपए के निजी धन से जरुरतमंदों की मदद की। किसी को भूखे नहीं सोने दिया। ऑक्सीजन और दवाएं दी। अब वो किसानों, युवाओं, गरीबों, बेरोजगारों की आवाज बनकर लड़ाई लड़ रहे हैं।
हर घर में खुशहाली आए
वरुण गांधी ने कहा कि वो चाहते हैं कि आम इंसान को समान अधिकार और न्याय मिले। हर घर में खुशहाली आए। इस दौरान सांसद वरुण गांधी का बुधवार को खमरिया पुल पर कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। बाद में अमरिया ब्लॉक के ग्राम भगा मोहम्मदगंज, उगनपुर, भिखारीपुर, बहादुरगंज, धनकुना, चहलोरा, मझोला, हरदासपुर, कटैया बिरहनी, फरीदपुर गुरद्वारा, भूड़ा कैमोर, देवरनिया, जिठनिया, भगौतीपुर, हैदराबाद आदि डेढ़ दर्जन ग्रामों का भ्रमण किया।