आरयू वेब टीम।
हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए चल रहा मतदान पूरा हो गया। शाम तक कही से किसी बड़ी हिंसा की खबर नहीं आई। वहीं दूसरी ओर आज हिमाचल के वोटर भी झूमकर निकलें। एक प्रेसवार्ता में इसकी जानकारी मीडिया को देते हुए उप चुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि शाम पांच बजे तक 74 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
वोटिंग पूरी होने के बाद शुक्रवार सुबह पूरे आंकड़े हासिल किए जा सकेंगे। वहीं पिछले आंकड़ों का जिक्र करते हुए उप चुनाव आयुक्त ने कहा कि 2014 लोकसभा चुनावों में 64.45 प्रतिशत वोटिंग हुई थी, जबकि 2012 विधानसभा चुनावों में 73.51 प्रतिशत वोट पड़े थे।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्री मोदी ने सोशल मीडिया के माध्यम से हिमाचल प्रदेश की जनता से मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए कहा। यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है। सुबह से ही मतदान शांतिपूर्वक ढंग से चलना शुरू हुआ जो शाम तक जारी रहा। हालांकि कुछ जगाहों से मामूली हिंसा और मशीन खराब होने की शिकायतें आती रहीं।
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दूसरी ओर सुबह ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने बेटे विक्रमादित्य के साथ शिमला के एक पोलिंग बूथ पर वोट डाला। मतदान के बाद सीएम ने दावा किया है कि इस बार कांग्रेस पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। वहीं हमीरपुर में के बूथ पर मतदान करने के बाद भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल ने मतदान किया। उनके साथ सांसद अनुराग ठाकुर भी मौजूद रहें। मतदान के बाद प्रेम कुमार ने मतदाताओं की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 50 सीटों का था, लेकिन अब जब हमें इतना समर्थन मिल रहा है तो हमें 60 से अधिक सीटें जीतेंगे।
मोदी ने सात, राहुल ने तीन तो अमित शाह ने की छह रैलियां
मंगलवार को समाप्त हुए 12 दिवसीय सघन प्रचार अभियान में भाजपा और कांग्रेस के स्टार प्रचारकों ने 450 से ज्यादा रैलियां कीं। भाजपा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा प्रमुख अमित शाह ने क्रमश: सात और छह रैलियों को संबोधित किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने तीन रैलियां की। बताते चलें कि रायबरेली में एनटीपीसी हादसे के बाद राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश का अपना चुनाव प्रचार छोड़कर रायबरेली पहुंच गए थे।
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बसपा भी है मैदान में
कांग्रेस व भाजपा सभी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जबकि बसपा 42 सीटों पर लड़ रही है। वहीं माकपा 14 सीटों, स्वाभिमान पार्टी और लोक गंठबंधन पार्टी छह-छह सीटों पर लड़ रही है
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भाजपा के लिए भ्रष्टाचार और कांग्रेस के लिए जीएसटी-नोटबंदी बड़े मुद्दे
भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बनाकर प्रचार अभियान में भाजपा ने मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा, जबकि कांग्रेस ने जीएसटी और नोटबंदी को लेकर कांग्रेस पर प्रहार किया। उम्मीदवारों के संख्या की बात करें तो झंडुता में सबसे कम उम्मीदवार हैं जहां सीधा मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच है। वहीं धर्मशाला में सबसे ज्यादा 12 उम्मीदवार मैदान में हैं।
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