आरयू वेब टीम।
भारतीय वायुसेना का एक जगुआर लड़ाकू विमान वायुसैनिक अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद मंगलवार को कच्छ के मुंदड़ा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें पायलट की मौत हो गयी। एयरक्राफ्ट रूटीन ट्रेनिंग पर था।
जगुआर ने गुजरात के जामनगर से उड़ान भरी थी। हादसे के बाद लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष ओझा ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने स्थानीय मीडिया को बताया कि जगुआर एयरक्राफ्ट ने आज सुबह 10.30 बजे जमानगर से उड़ान भरी थी। विमान नियमित प्रशिक्षण मिशन पर था।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार उड़ान भरने के तुरंत बाद ही विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में पायलट एयर कमांडर संजय चौहान की मौत हो गई। घटना के कारण का पता लगाने के लिए वायुसेना मुख्यालय ने कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। साथ ही यह भी बताया कि नियमित उड़ान पर निकला विमान बरेजा गांव के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गया स्थानीय लोगों ने बताया कि विमान का मलबा गांव के बाहरी इलाके में दूर-दूर तक बिखर गया है।
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बता दें कि भारत ने 80 के दशक में दो स्कावड्रन जगुआर बिट्रेन से खरीदे गए थे। डबल इंजन वाले इस लड़ाकू जगुआर विमान को कुछ समय पहले अपग्रेड किया गया था। यह एयरक्राफ्ट दुश्मन के इलाके में घुसकर अंदर तक मार करने में सक्षम है।
गौरतलब है कि दस मार्च को रायगढ़ के मुरूड में तटरक्षक के चेतक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था। इस हादसे में घायल सह-पायलट सहायक कमांडेंट कैप्टन पेनी चौधरी की 17 दिन बाद मौत हो गयी थी।
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