आखिरकार मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी ने बताई वोट नहीं देने पर 350 रुपए कटने वाली खबर की पूरी हकीकत, आप भी जान लें

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आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। लोकसभा चुनाव में वोट नहीं देने पर साढ़े तीन सौ रुपए बैंक खाते से कटने वाली खबर पर चल रही चर्चाओं के बीच शुक्रवार को यूपी के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी ने खुद ही पूरी स्थिति साफ कर दी है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्‍वर लू ने आज शाम उस खबर के बारे में बयान जारी किया जिसमें खासकर सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि मतदान नहीं करने वालों के खाते से इस बार साढ़े तीन सौ रुपए काट लिए जाएंगे, इतना ही नहीं जिनके खातों में पैसा नहीं होगा उनसे मोबाइल रिचार्ज कराने के दौरान पैसे काट जाएंगे। इसको निर्वाचन आयोग का आदेश भी बताया जा रहा था।

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वेंकटेश्‍वर लू ने कहा कि सोशल मीडिया में चल रहे एवं कतिपय समाचार पत्र में छपे ‘‘नहीं दिया वोट तो बैंक एकाउंट से कटेंगे 350 रुपये’’ के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग ने इस तरह का कोई आदेश जारी नहीं किया है। इस आशय का छपा समाचार पूर्णतया भ्रामक, निराधार एवं सत्य से परे है। उन्होंने जनता से भी अपील की है कि वे इस तरह की अफवाहों पर कोई ध्यान न दें।

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साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि निर्वाचन आयोग ने ऐसा भी कोई आदेश जारी नहीं किया है कि जिन वोटर्स के बैंक खाते में पैसा नहीं होगा तो उसका पैसा मोबाइल फोन रिचार्ज कराते समय कट जायेगा।

मैसेज वायरल होने के बाद हरकत में आया चुनाव आयोग

बताते चलें कि दो दिनों से सोशल मीडिया पर किसी समाचार पत्र की एक कटिंग तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें वोट नहीं देने पर साढ़े तीन सौ रुपए चुनाव आयोग की ओर से काटने की झूठी बात लिखी थी। इसमें फर्जी तरीके से ये बताया गया है कि ये निर्देश चुनाव आयोग ने दिल्‍ली में एक प्रेसवार्ता कर जारी किया है कि एक वोटर के लिए चुनाव आयोग साढ़े तीन सौ रुपए खर्च करता है, ऐसे में जो भी वोट नहीं देगा उसके बैंक खाते या फिर मोबाइल रिचार्ज कराने के दौरान साढ़े तीन सौ रुपए काट लिए जाएंगे।

इतना ही नहीं पैसा काटा जा सके इसके लिए ऐसे लोगों का मोबाइल फोन भी कम से कम साढ़े तीन सौ रुपए से ही रिचार्ज हो सकेगे। इसके अलावा ये भी लिखा गया था कि इसके लिए चुनाव आयोग ने कोर्ट से भी मंजूरी ले ली है, इसलिए कोई याचिका भी दायर नहीं कर सकेगा।

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इस मैसेज के वॉयरल होने के बाद तेजी से भ्रम की न सिर्फ स्थिति फैल रही थी, बल्कि लोग चुनाव आयोग से लेकर मीडिया हाउस और नेता व अधिकारियों से संपर्क कर इसकी वास्‍तविकता जानने के लिए परेशान हो रहे थे। ऐसे में मतदान किसी प्रकार से प्रभावित न हो इसलिए आज शाम चुनाव आयोग ने समय रहते खुद ही स्थिति पूरी तरह से स्‍पष्‍ट कर दी है।