‘योगी आदित्‍यनाथ की विभाजनकारी राजनीत को जागरूक जनता ने सिरे से दिया नकार’

अनूप पटेल

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। हाल ही में हुए पांच राज्‍यों के चुनाव में भाजपा को हार मिलने के बाद भी कांग्रेस उसका पीछा छोड़ने को तैयार नहीं दिख रही है। गुरुवार को एक बार फिर कांग्रेस ने भाजपा के जख्‍मों पर नमक छिड़कने के साथ ही सूबे के सीएम व भाजपा के स्‍टार प्रचारक योगी आदित्‍यनाथ की राजनीतिक सोच पर सवाल उठाएं हैं।

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्‍ता डॉ. अनूप पटेल ने आज अपने एक बयान में कहा कि पांच राज्‍यों की जनता ने भाजपा को करारा सबक देते हुए संदेश दिया है कि अपने वादों को पूरा करे और जनता से जुड़े मुद्दों पर काम करें। साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जातीय और विभाजनकारी राजनीति को भी जनता से ने सिरे से नकार दिया है।

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यूपी के सीएम की लोकप्रियता पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस प्रवक्‍ता ने दावा करते हुए कहा कि योगी आदित्‍यनाथ भाजपा की तरफ से सबसे ज्यादा रैली करने वालों में शामिल थे, उन्होंने 75 रैलियां कीं, जिसमें आधे से अधिक स्थानों पर भाजपा प्रत्याशियों को करारी हार मिली।

अली और बजरंग बली के बीच भेद करने की कोशिश

अनूप पटेल ने आगे कहा कि आरएसएस और भाजपा ने यूपी के सीएम को उग्र राजनीति का चेहरा बनाने की कोशिश की, लेकिन जागरूक मतदाताओं ने उन्हें सिरे से नकार दिया। जबकि योगी आदित्यनाथ ने अली और बजरंग बली के बीच भेद करने की कोशिश की। भगवान हनुमान जी की जाति तक बतायी इतना ही उन्‍होंने तो हैदराबाद का नाम भी बदलने का ऐलान कर दिया था, लेकिन जनता ने जाति-धर्म की राजनीति को न सिर्फ नकार दिया, बल्कि इन्हें यह भी संदेश दिया कि राजनीति में इन मुद्दों से हटकर जनता के बेरोजगारी, कानून-व्‍यवस्‍था, बिजली-पानी व सड़क जैसे मूलभूत पर बात और काम करें।

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