संविधान निर्माता की पुण्यतिथि पर मायावती ने बोला मोदी-योगी पर हमला

मायावती
मायावती। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो, 

लखनऊ। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की पुण्‍य तिथि पर आज बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्‍हें याद करने के साथ ही मोदी और योगी सरकार पर तीखा हमला बोला। मायावती ने बसपा के प्रदेश मुख्‍यालय पर बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्‍पांजलि अर्पित करने के साथ ही कहा कि बाबा साहब के सपनों व संविधान की असली मंशा पर आधारित मानवतावादी भारत राष्ट्र बनाने के लिए वोटों के माध्यम से सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करने के संकल्प को एक बार फिर दोहराया गया है।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने कहा कि उन्हें मालूम है कि विरोधी पार्टियों की सरकारों की नीयत व नीति में खोट होने के कारण बाबा साहब को मानने वालों का सही हित व कल्याण आगे भी नहीं हो सकता है। उन्‍होंने खुद को दलितों, पिछड़ों व कमजोरों आदि का सच्‍चा मसीहा भी बताया।

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मायावती ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बाबा साहब जैसे महान व्यक्तित्व को भी विरोधी पार्टियों की सरकारों द्वारा कभी समुचित आदर-सम्मान नहीं दिया गया, बल्कि उनकी घोर उपेक्षा ही करते रहे तथा उनके अनुयाइयों को जुल्म-ज्यादती व हिंसा का शिकार बनाया है। परन्तु बसपा के रुप में उनके कारवां आगे बढ़ाने व समाज को जागृत करने के फलस्वरुप विरोधी पार्टियां अब उनके वोट की खातिर अनेक प्रकार की नाटकबाजी करने के लिए मजबूर हो रही हैं।

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ईवीएम में गड़बड़ी नहीं की गयी तो गुजरात हारेगी भाजपा

गुजरात में राजकोट से चुनावी कार्यक्रम के बाद कल रात वापस लखनऊ लौटी बसपा सुप्रीमो ने दावा किया कि नरेंद्र मोदी की नैया इस बार उनके अपने गृह राज्य गुजरात में ही काफी मझधार में फंसी हुई है। अगर वहां भी ईवीएम में गड़बड़ी करके चुनावी धांधली नहीं की गयी तो निश्चित तौर पर बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा। क्‍योंकि गुजरात की जनता बीजेपी सरकार की अहंकार व निरंकुशता से नाराज है। खासकर किसान वर्ग काफी ज्यादा परेशान है, जबकि पटेल समाज आरक्षण की मांग को लेकर काफी गंभीर है।

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भाजपा अपनी जीत को तिल का ताड़ बनाने से नहीं आ रही बाज

वहीं योगी सरकार पर मायावती ने हमला बोलते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध व अपराधी दोनों ही सर चढ़कर बोल रहे हैं, जिसकी पुष्टि केंद्र सरकार के अधिकारिक आंकड़े भी कर रहे हैं। अब प्रदेश की जनता भी बीजेपी के प्रति अपना रोष खुलकर व्यक्त करने लगी है जिसका परिणाम है कि यूपी के शहरी निकाय चुनाव में बीजेपी के मंत्री व मुख्यमंत्री अपने-अपने इलाके में भी चुनाव हार गए। केवल मेयर के चुनाव में ईवीएम वोटिंग मशीन की धांधली से बीजेपी की लाज बच गयी फिर भी बीजेपी के शीर्ष नेतागण अपनी जीत के तिल को ताड़ बनाकर पेश करने से हमेशा की तरह बाज नहीं आ रहे हैं।

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बसपा सुप्रीमो ने एक उदाहरण के जरिए खुद को दलितों व कमजोरों आदि की सच्‍ची मसीहा बताते हुए कहा कि जिस तरह से संविधान सभा में अन्य 30 दलित सदस्यों के होने के बावजूद केवल बाबा साहब ही दलितों, पिछड़ों व शोषितों-उपेक्षितों के असली मसीहा व सर्वमान्य नेता के रुप में जाने जाते थे, ठीक उसी प्रकार बीएसपी को भी उपेक्षित व शोषित समाज की असली हितैषी व बाबा साहब की सच्ची अनुयायी पार्टी होने का गौरव प्राप्त है, जिसका नेतृत्व डा. अंबेडकर की तरह ही कभी भी ना टूटने, झुकने और ना ही बिकने वाला है।

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लोगों को घंटों इंतजार नहीं करना पड़ें इसलिए नहीं गयी अंबेडकर स्‍थल

इस बार अंबेडकर स्‍थल पर नहीं जाने के बारे में तर्क देते हुए मायावती ने अपने बयान में बताया कि लखनऊ मण्डल के विभिन्न जिलों से आने वाले हजारों लोगों को बाबा साहब को श्रद्धा-सुमन अर्पित करने के लिए इस ठण्ड में सुबह से घण्टों तक लंबा इंतजार नहीं करना पड़े। इसलिए वह अंबेडकर स्‍थल नहीं गयीं। दूसरी ओर अन्‍य जिलों से अंबेडकर स्‍थल पहुंचने वाले बसपा कार्यकर्ता अपनी नेता को नहीं सुनने के चलते मायूस दिखे।

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