आरयू वेब टीम। नागरिकता संशोधन कानून पर बवाल के बीच पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने बुधवार को अपने बयान में इस कानून पर सवाल उठाएं हैं। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून पर पूछा कि जो पहले से ही पाकिस्तान के नागरिक हैं, उन्हें नागरिकता क्यों देनी चाहिए?
चिदंबरम ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर कहा कि जो पहले से ही पाकिस्तान के नागरिक हैं, उन्हें हमें क्यों नागरिकता देनी चाहिए। विपक्ष को ऐसी चुनौतियों का क्या मतलब है? उन्होंने आगे लिखा कि यह सुखद है कि छात्र और युवा पीढ़ी उदार, धर्मनिरपेक्ष, सहिष्णु हैं और मानवतावाद का प्रदर्शन करते हैं। क्या सरकार इन मूल्यों को चुनौती दे रही है? गौरतलब है कि नागरिकता कानून में नए संशोधन को लेकर लगातार देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं। नागरिकता कानून की संवैधानिक वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी गई है।
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मालूम हो कि नागरिकता संशोधन कानून के अनुसार पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न सहने वाले और 31 दिसंबर 2014 तक आने वाले हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदाय के शरणार्थियों को भारतीय नागरिक माना जाएगा। जब से संसद की दोनों सदनों ने नागरिकता संशोधन बिल पर मुहर लगाई है और राष्ट्रपति ने इसे मंजूरी दी है, तब से इसके खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं।
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वहीं कांग्रेस सांसद गुलाम नबी आजाद ने इस कानून को बांटने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि सरकार को देश और नागरिकों की चिंता नहीं है। विपक्ष को पता था कि देश इस कानून को खारिज कर देगा और यही हो रहा है। आइआइटी और आइआइएम जैसे संस्थानों में प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि असम में पांच लोगों की मौत हो गई। 21 लोग घायल हो गए। पहले कश्मीर, फिर नॉर्थ ईस्ट और अब पूरा देश।