आरयू ब्यूरो, लखनऊ। गुरुवार से शुरू होने वाले यूपी विधानमंडल के बजट सत्र के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित की गयी। बैठक में आज विधान सभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने सभी दलों के नताओं से सहयोग की अपील की।
इस दौरान बैठक में मौजूद सदन के नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदन महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा का मंच उपलब्ध कराता है। बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से प्रारंभ होगी। स्वाभाविक रूप से राज्यपाल के अभिभाषण पर विपक्ष एवं सत्ता पक्ष को अपनी बात खुलकर बोलने का एक अवसर प्राप्त होगा। विधान मंडल में विभिन्न विषयों को लेकर चर्चा होती है। सदन की उच्च गरिमा और मर्यादा को बनाए रखते हुए आदि गंभीर चर्चा आगे बढ़ायेंगे तो सदस्यों की गरिमा बढ़ेगी और लोकतंत्र के प्रति आमजन की भी आस्था बढ़ेगी।
सत्र में सीएए व अन्य मुद्दों को लेकर होने वाले संभावित हंगामें की ओर इशारा करते हुए योगी ने कहा कि सदन में हम जो बोलते है, वह बोलने के बाद समाप्त नहीं होता है। उस शब्द को अमरता प्रदान करने का माध्यम विधान सभा है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि सरकार हर मुद्दे पर सार्थक चर्चा करने को तैयार है, चाहे वह किसानों से, युवाओं से, महिलाओं से व्यापारियों से समाज के प्रत्येक तबके से जुड़ा हुआ हो या फिर प्रदेश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ हो, हर एक विषय पर हम सार्थक चर्चा एवं समाधान को तैयार है।
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विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन की कार्यवाही सुंदर ढंग से चलती है, तो आम जनता को बड़ा लाभ होता है। वैसे विधान सभा की दृष्टि से विपक्ष और सत्ता पक्ष अलग-अलग नहीं होते हैं। सदन की कार्यवाही चलने से सरकार को फायदा होता है, जानकारियां बढ़ती है। विपक्ष को जानकारियां साझा करने से फायदा होता है। विपक्ष अपना पक्ष रख सकता है, कार्यक्रम रख सकता है। सभी दल के नेताओं से अनुरोध किया कि अपना-अपना पक्ष सदन में मर्यादा के साथ रखे।
बैठक में नेता विरोधी दल के स्थान पर उज्जवल रमण सिंह, बहुजन समाज पार्टी के लाल जी वर्मा और कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ की जगह नरेश सैनी एवं अपना दल एस के नेता नील रतन पटेल ने भी भाग लिया।
बसपा नेता लाल जी वर्मा ने कहा कि जितने दिनों तक सदन चलाये जाने की घोषणा हुई उतने दिन सदन अवश्य चलना चाहिए। विपक्ष को भी सभी मुद्दों को शांतिपूर्वक रखने का अवसर प्राप्त होना चाहिए। उन्होंने अपने दल की तरफ से सदन को गरिमामय ढंग संचालित करने में अपना प्रत्येक सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया।
सपा की तरफ से आए उज्जवल रमण सिंह ने विधेयकों को प्रथम प्रहर में लिए जाने हेतु अपना सुझाव रखते हुए प्रत्येक प्रकार का सहयोग देने का मंतव्य दोहराया। कांग्रेस की तरफ से नरेश सैनी एवं अपना दल एस के नेता नील रतन पटेल ने भी प्रत्येक प्रकार से सकारात्मक सहयोग देने का आश्वासन दिया। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने मुख्यमंत्री की भावना के साथ-साथ सम्बद्व करते हुए सभी दलीय नेताओं से सदन के शान्तिपूर्ण सहयोग करने की अपील की।
कार्यमंत्रणा की बैठक के संबंध में हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि बैठक में 13 फरवरी से सात मार्च तक घोषित कार्यक्रमों पर चर्चा होगी। 13 पूर्वानह 11 बजे राज्यपाल का विधान मंउल के एक साथ समवेत दोनों सदनों के समक्ष अभिभाषण होगा।
14, 17, 18 एवं 19 फरवरी को राज्यपाल अभिभाषण पर चर्चा होगी। 18 फरवरी को 11 बजे पूर्वाह्न के आय-व्यय का प्रस्तुतीकरण किया जायेगा। इस दिन नियम-56 के मामले नहीं लिये जायेंगे।
20 फरवरी से सामान्य बजट पर चर्चा शुरू होगी। 24, 25, 26, 27 को आय-व्यय पर चर्चा होगी। 28 फरवरी से सात मार्च तक विभिन्न विभागों के अनुदान मांगों पर विचार एवं पारण होगा। 14 फरवरी को सदन में निधन के निर्देश लिये जायेंगे। शेष कार्यक्रमों के लिए कार्यमंत्रणा फिर बैठेगी।
आज की बैठक में योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह, रमापति शास्त्री, लक्ष्मी नारायण चौधरी, स्वामी प्रसाद मौर्य, राज्यमंत्री, गुलाब देवी के अलावा विधान सभा प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे, प्रमुख सचिव संसदीय कार्य जेपी सिंह व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।