आरयू वेब टीम। असम का नया सीएम कौन होगा। अब इससे पर्दा उठ चुका है। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की बैठक में हिमंत बिस्व सरमा को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा और भाजपा के प्रदेश पार्टी अध्यक्ष रंजीत कुमार दास और हाफलांग से नव निर्वाचित विधायक नंदिता गार्लोसा ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। चूंकि और किसी के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया तो ‘‘सरमा को भाजपा विधायक दल का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया है।’’
तोमर ने कहा कि भाजपा, असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ जल्द ही बैठक करेगी। एजीपी विधायक दल ने भी रविवार को बैठक की। पार्टी ने घोषणा की कि वह भाजपा विधायक दल द्वारा निर्वाचित नेता का समर्थन करेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हिमंत आज शाम 4 बजे राज्यपाल से मिलकर सरकार के गठन का दावा करेंगे। इसका ऐलान केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने किया। आज भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले ही राज्य के निर्वतमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राज्यपाल जगदीश मुखी को रविवार को अपना इस्तीफा सौंपा।
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बता दें कि भाजपा ने 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था लेकिन इस बार उसने इस शीर्ष पद के लिए किसी नाम की घोषणा नहीं की। ऐसी अटकलें चुनाव से पहले ही लगाई जा रहीं थी कि सरमा नए मुख्यमंत्री होंगे।
सर्बानंद सोनोवाल की सरकार में सरमा के पास शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्त एवं लोक निर्माण विभाग थे। वह राजग के पूर्वोत्तर संस्करण पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (नेडा) के संयोजक हैं। उन्होंने असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के रोमेन चंद्र बोरठाकुर को रविवार को 1,01,911 मतों के अंतर से हराकर जालुकबारी सीट पर कब्जा बरकरार रखा है। भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं।