आरयू वेब टीम। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 86 साल के नंदकुमार बघेल के खिलाफ रायपुर के डीडी नगर थाने में एफआइआर दर्ज हुई थी। उनके ऊपर ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है।
रायपुर पुलिस ने नंद कुमार बघेल को आगरा से गिरफ्तार किया, जिसके बाद पुलिस उन्हें रायपुर लेकर आई और मैजिस्ट्रेट जनक कुमार हिडको की कोर्ट के सामने पेश किया। अदालत ने नंद कुमार बघेल को जमानत न देते हुए रिमांड पर 14 दिन की जुडिशल कस्टडी में भेजने के आदेश दिए। उनके वकील गजेंद्र सोनकर ने दावा किया कि नंद कुमार बघेल के कहने पर मैंने जमानत अर्जी दाखिल नहीं की थी। अब उन्हें 21 सितंबर को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।
नंद कुमार बघेल की जिस टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ, वह उन्होंने यूपी के लखनऊ में की थी। इसे लेकर ब्राह्मण समाज में नाराजगी थी। दरअसल नंद कुमार ने अपने बयान में कहा था कि “वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेज देंगे, क्योंकि वो विदेशी हैं। जिस तरह से अंग्रेज आए और चले गए, उसी तरह से ये ब्राह्मण या तो सुधर जाएं या फिर गंगा से वोल्गा जाने को तैयार रहें… मैं भारत के सभी गांववालों से कहता हूं कि वो ब्राह्मणों को अपने गावों में नहीं घुसने दें। मैं सभी समाज में बात करूंगा और उनसे भी बायकॉट करने को कहूंगा।
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इसे लेकर नंद कुमार बघेल के खिलाफ आइपीसी की धारा 505 और 153ए के तहत एफआइआर दर्ज की गई थी। उन पर समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा और वैमनस्य की भावना पैदा करने और समाज में तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया गया है।डीडीनगर थाना प्रभारी योगिता खापरडे ने मीडिया को बताया कि सर्व ब्राह्मण समाज सुंदरनगर से एक शिकायती पत्र मिला था कि नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राह्मण समाज पर कुछ टीका टिप्पणी की गई है। इसे लेकर चार सितंबर को मुकदमा दर्ज किया गया।
वहीं इसे लेकर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी बयान देते हुए इसे दुखद बताया था। सीएम ने ये भी कहा था कि कोई ये न सोचे कि सीएम के पिता होने के कारण नंद कुमार बघेल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। सोशल मीडिया पर कही जा रही ऐसी बातों में सचाई नहीं है। उनका कहना था कि हमारी सरकार सभी को एक ही दृष्टि से देखती है। हमारे राजनीतिक विचार और मान्यताएं भी बिल्कुल अलग हैं। पिता से उनके शुरू से वैचारिक मतभेद रहे हैं, ये बात सभी को पता है।
भूपेश बघेल ने पांच सितंबर को कहा था कि एक पुत्र के रूप में मैं उनका सम्मान करता हूं, लेकिन एक सीएम के रूप में उनकी ऐसी किसी भी गलती को माफ नहीं किया जा सकता, जो सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने वाली हो। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है, फिर चाहे वो सीएम के 86 साल के पिता ही क्यों ना हों।