आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। यूपी एटीएस ने गुरुवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। एटीएस की टीम ने आज कानपुर नगर के चकेरी थाना क्षेत्र से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी को एनआइए व पुलिस की सहायता से धर दबोचा है। एटीएस की टीम ने आतंकी के पास से कानपुर स्थित एक मंदिर की तस्वीर भी बरामद की है।
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एटीएस की पूछताछ में आतंकी कमर उज जमां उर्फ डॉ. हुरैरा उर्फ कमरुद्दीन ने कबूल किया है कि वो गणेश चतुर्थी के मौके पर आतंकी हमले की फिराक में था। इसके लिए उसे हिजबुल मुजाहिदीन ने भेजा था। एटीएस गहनता से हुरैरा से पूछताछ कर रही है। डीजीपी ओपी सिंह ने आज इस संबंध में प्रेसवार्ता करते हुए अहम जानकारी दी है। प्रेसवार्ता में आइजी एटीएस असीम अरुण समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहें।
सोशल मीडिया पर अपलोड थी एके 47 के साथ तस्वीर
एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक मूल रूप से आसाम के होजाई निवासी हुरैरा ने बीते अप्रैल में एके-47 के साथ अपनी फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की थी। जिसके बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां इसकी तलाश कर रही थीं।
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कमर उज जमां ने एटीएस को बताया कि पिछले साल अप्रैल में कश्मीर में ओसामा नाम के व्यक्ति के संपर्क में वह आया था। जिसके बाद उसी के माध्यम से हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ। उसकी ट्रेनिंग किश्तवाड़ से ऊपर पहाड़ के जंगलों में हुई।
इन बिन्दुओं पर एटीएस कर रही पूछताछ
वहीं हुरैरा को दबोचने के बाद एटीएस की टीम अब हुरैरा से उसके साथियों और टारगेट समेत अन्य महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर पूछताछ कर जानकारी हासिल कर रही है। एटीएस अफसरों के मुताबिक उससे ये जानने की भी कोशिश की जा रही है कि वो कश्मीर से कानपुर आकर कब से रह रहा था। उसको पैसा कहां से कितना मिल चुका है। हिजबुल के आतंकी को पकड़ने वालों में मुख्य रूप से एएसपी दिनेश यादव व सीओ दिनेश पुरी शामिल रहें।
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