अफसरों के इशारे पर नहीं, बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने पर ही अब LDA में मिलेगी कर्मचारियों को सैलरी

बायोमेट्रिक हाजिरी
प्रतीकात्मक फोटो।

आरयू एक्‍सक्‍लूसिव, 

लखनऊ। दो दर्जन से ज्‍यादा नई बायोमेट्रिक मशीनें लगने के बाद भी अधिकारियों के इशारे पर कर्मचारियों व इंजीनियरों को मिलने वाली वेतन की प्रथा पर लखनऊ विकास प्राधिकरण ने विराम लगाने का मन बना लिया है। एलडीए में अब हर महीने सैलरी बायोमेट्रिक हाजिरी के आधार पर ही अधिकारियों, कर्मचारियों और इंजीनियरों को दी जाएगी।

इस संबंध में प्रभारी अधिकारी अधिष्‍ठान की ओर से सभी अनुभागाध्‍यक्षों को आदेश भी जारी कर दिया गया है। आदेश के अनुसार सुबह दस बजे और शाम को पांच बजे सभी को बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी। ऐसा नहीं करने वालों को आगे से सैलरी नहीं मिल सकेगी।

कामचोरों पर सख्‍ती के लिए योगी की प्राथमिकता में शामिल थी बायोमेट्रिक हाजिरी

बताते चलें सूबे की कमान संभालने के साथ ही मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने सचिवालय सहित प्रदेश के तमाम सरकारी विभागों में बायोमेट्रिक हाजिरी की व्‍यवस्‍था लागू करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद योगी की कैबिनेट ने 13 दिसंबर 2017 को इस आदेश पर अपनी मुहर भी लगा दी थी।

दूरी की वजह से हो चुका है एलडीए में बायोमेट्रिक हाजिरी का विरोध

उल्‍लेखनीय है कि कैबिनेट में मुहर लगने के बाद एलडीए वीसी प्रभु एन सिंह ने शहर भर की विभिन्‍न योजनाओं और पार्कों में तैनात सभी कर्मचारियों को एलडीए के गोमतीनगर स्थित कार्यालय आकर बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने का निर्देश जारी करवाया था, हालांकि एलडीए कार्यालय से 15 से 20 किलोमीटर दूर तैनात कर्मचारियों ने इसका विरोध किया, जिसके बाद वीसी ने कर्मचारियों की सुविधा को देखते हुए अपना फैसला वापस ले लिया था।

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14 लाख खर्च कर लगवाई गई थी 28 मशीनें

वहीं कर्मचारियों की दिक्‍कतों को देखते हुए एलडीए वीसी ने पिछले साल एलडीए के गोमतीनगर व लालबाग स्थित कार्यालय के अलावा, जनेश्‍वर मिश्र पार्क, लोहिया पार्क, हरदोई रोड स्थित जॉगर्स पार्क, इंदिरा गांधी प्रतिष्‍ठान (आइजीपी), अलीगंज स्थित स्‍टेडियम, देवपुर पारा स्थित शिविर कार्यालय, कानपुर रोड योजना स्थित जनसुविधा केंद्र और जानकीपुरम स्थित सामुदायिक केंद्र में बायोमेट्रिक मशीनें लगवाई थी। कर्मचारियों की सहूलियत के लिए एलडीए ने 28 बायोमेट्रिक मशीनों को लगाने के लिए करीब 14 लाख रुपए खर्च किए थे।

सीएम की प्राथमिकता, लाखों खर्च फिर भी तीन सौ कर्मचारियों ने दर्ज नहीं कराई डिटेल

इस समय एलडीए में करीब 17 सौ अधिकारी, कर्मचारी और इंजीनियर तैनात है। जिसमें से लगभग तीन सौ लोगों ने आज तक बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए अपनी डिटेल ही दर्ज कराना जरूरी नहीं समझा है। ये हालात तब है जब बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए खुद मुख्‍यमंत्री की ओर से निर्देश जारी किए गए थे और एलडीए ने इसे लागू करने के लिए 14 लाख रुपए खर्च भी किए थे, लेकिन असल मकसद सीएम के ही आधीन विभाग एलडीए में मूर्त रूप नहीं ले सका। अब इन बातों का ध्‍यान आने पर लापरवाह कर्मचारियों को एलडीए की पुरानी बिल्डिंग के काउंटर नंबर पांच पर बायोमेट्रिक हाजिरी के लिए अपनी डिटेल दर्ज कराने का निर्देश जारी किया गया है।

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इस तरह एलडीए में बंट रहा वेतन…

एलडीए में बीते जनवरी तक का वेतन अधिकारियों की संस्‍तुति पर उनके अधीन कर्मचारियों और इंजीनियर को जारी कर दिया गया है। वहीं सूत्र बताते हैं कि कुछ अधिकारी व सीनियर इंजीनियरों ने अपने चहेते कर्मियों के कार्यालय से कई-कई दिनों की छुट्टी लेने पर भी इसकी जानकारी अधिष्‍ठान को देने की जगह उनको पूरे महीने का वेतन जारी करने की संस्‍तुति कर देते हैं। साथ ही कुछ जुगाड़ु इंजीनियर व अधिकारियों ने कई कर्मचारियों को शासन व सत्‍ता की बड़ी कुर्सियों पर बैठे लोगों की सेवा में भी लगा रखा है, लेकिन उनको सैलरी एलडीए के ही खाते से दिलवाई जा रही।

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सभी अनुभागाध्‍यक्ष को निर्देश जारी कर दिया गया है कि वो अपने अधीनस्‍थ कर्मचारियों को बायोमेट्रिक हाजिरी लगाने को कहे। फरवरी माह का वेतन इसी आधार पर दिया जाएगा। साथ ही जिन कर्मचारियों व इंजीनियरों ने अब तक अपनी बायोमेट्रिक की डिटेल नहीं दर्ज कराई है, उन्‍हें भी काउंटर नंबर पांच दर्ज कराने को कहा गया है।  राजीव कुमार सिंह, वित्‍त नियंत्रक एवं प्रभारी अधिकारी अधिष्‍ठान

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