मुख्यमंत्री ने की ‘बाल सेवा योजना’ की शुरुआत, कोरोना से अनाथ बच्चों की अटल आवासीय स्कूलों में होगी पढ़ाई

अटल आवासीय स्कूल
कार्यक्रम को संबोधित करते मुख्यमंत्री।

आरयू ब्यूरो, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की शुरुआत की। इस योजना के अंतर्गत कोरोना से अनाथ हुए हर बच्चे को चार हजार रुपये उपलब्ध कराएगी। साथ ही 18 वर्ष की उम्र तक इन बच्चों के लालन-पालन की व्यवस्था राज्य सरकार करेगी।

इस अवसर पर योगी ने कहा-‘प्रदेश में जो आंकड़े सामने आए उनमें मार्च 2020 सेअब तक 240 बच्चे ऐसे थे जिन्होंने माता-पिता दोनो को कोरोना के कारण खोया है। 3,810 बच्चों ने माता, पिता या लीगल गार्जियन को खोया है। कुल 4050 बच्चे चिन्हित किए गए। इन बच्चों के लिए आज पहले तीन महीने का यानी हर बच्चे को 4000 रुपये हर माह राज्य सरकार उपलब्ध कराएगी। 18 वर्ष की उम्र तक राज्य सरकार उनके लालन-पालन की व्यवस्था करेगी।

योगी आदित्यनाथ ने कहा-‘वे बच्चे जिनके माता पिता या लीगल गार्जियन नहीं हैं तो उन्हें बाल संरक्षण गृह में या फिर हर कमिश्नरी मुख्यालय में हमारे 18 अटल आवासीय विद्यालय निर्माणाधीन हैं। यहां हम प्रदेश के उन सभी बच्चों को लेकर आने वाले हैं।’

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लोक भवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले चरण में प्रदेश भर से 4050 बच्चों को आर्थिक सहायता दी। इतना ही नहीं, इनके शिक्षा के साथ ही सुरक्षा का भी व्यापक इंतजाम के लिए प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना तैयार की है। इस योजना के निराश्रित बच्चों के भरण पोषण, शिक्षा व सुरक्षा का जिम्मा सरकार उठाएगी।

निराश्रित महिलाओं के लिए भी योजना लाएगी सरकार

मार्च 2020 के बाद भी अगर कोई महिला निराश्रित हुई है और पति या अपने लीगल गार्जियन को खो दी है तो उस महिला को भी हम एक नई स्कीम के साथ जोड़कर शासन की योजनाओं से आच्छादित कर सकेंगे। इसके लिए राज्य सरकार एक नई स्कीम लेकर आने वाली है।

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