आरयू ब्यूरो, लखनऊ। अतीक-अशरफ हत्याकांड के आरोपित अब ‘मनपसंद’ वकील रखना चाहते हैं। हत्यारोपित लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्या के विरुद्ध सत्र न्यायालय में परीक्षण शुरू हो गया है। गुरुवार को दोपहर दो बजे जिला जज संतोष राय की कोर्ट में प्रतापगढ़ की जेल में बंद तीनों आरोपित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए। उन्होंने कोर्ट से प्रार्थना किया कि वह अपने मनपसंद का अधिवक्ता नियुक्त करना चाहते हैं, जिनके लिए उन्हें समय दिया जाए। उनकी प्रार्थना को कोर्ट ने स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए 16 अगस्त की तिथि नियत किया।
गौरतलब है कि अतीक और अशरफ के हत्यारोपित लवलेश तिवारी, अरुण और सनी सिंह की तरफ से पैरवी करने के लिए अभी तक कोई वकील नियुक्त नहीं किया है। सेशन कोर्ट द्वारा ट्रायल शुरू होने पर कोर्ट उन्हें सरकारी खर्च पर निशुल्क वकील मुहैया करा सकती है, ताकि आरोप तय होने और गवाही के दौरान अदालत की कार्रवाई पूरी की जा सके।
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जानकारी के मुताबिक आरोपितों के विरुद्ध एसआईटी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में 13 जुलाई को आरोप पत्र दाखिल किया था, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट दिनेश कुमार गौतम ने आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के बाद मुकदमे को ट्रायल हेतु सेशन कोर्ट को ट्रांफर करने का आदेश दिया था। वहीं हत्यारोपितअरुण, लवलेश और सनी सिंह के विरुद्ध आइपीसी की धारा 302, 307, 302, 120बी, 419, 420, 467, 468 आर्म्स एक्ट 377 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत उनके विरुद्ध आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया गया है।




















