भारतीय महिला हॉकी टीम ने रचा इतिहास, तीन बार गोल्‍ड जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया को हराकर सेमीफाइनल में पहुंची

भारतीय महिला हॉकी टीम
जीत का जश्न मनाती टीम इंडिया।

आरयू इंटरनेशनल डेस्क। भारत ने महिला हॉकी के क्वॉर्टर फाइनल में तीन बार गोल्‍ड जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया को 1-0 से हराकर सेमिफाइनल में प्रवेश कर इतिहास रचा। भारत ने 22वें में गुरजीत कौर के गोल से मैच में जीत हासिल की। ये पहला मौका है, जब भारत की महिला हॉकी टीम ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची है।

कप्तान रानी रामपाल की अगुवाई में खेल रही भारत के लिए आज तीन बार की ओलंपिंक चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ये मुकाबला आसान नहीं था। हर कोई इस मैच में इस बात को लेकर आश्‍वस्त था कि भारत के लिए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराना आसान नहीं होगा, हालांकि भारतीय महिला टीम ने इन सभी आशंकाओं को ध्वस्त करते हुए ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया का हराया बल्कि अब मेडल की उम्मीद भी बढ़ा दी हैं।

पहले क्वार्टर में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बराबर की टक्कर देखने को मिली, हालांकि ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत में भारत की रक्षापंक्ति पर दबाव बनाने की भरपूर कोशिश की और मैच के दूसरे ही मिनट में भारतीय गोल पर अटैक किया, लेकिन सविता ने उन्हें रोक लिया। भारत ने भी 9वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बनाया और वंदना कटारिया के पास को कप्तान रामपाल रानी ने डिफलेक्ट किया, लेकिन गेंद गोलपोस्ट पर जा लगी। पहला क्वार्टर समाप्त होने के तक दोनों ही टीम एक भी गोल नहीं कर पाईं और स्कोर 0-0 की बराबरी पर रहा।

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दूसरे क्वॉर्टर में भारत ने शानदार हॉकी का प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया पर लगातार अटैक किया। 22वें मिनट में उसे इसका फायदा भी मिला जब गुरजीत कौर ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर टीम इंडिया को इस मैच में 1-0 की बढ़त दिला दी। ऑस्ट्रेलिया ने भी इसके बाद गोल करने के कई मौके बनाएं, लेकिन भारत की रक्षापंक्ति को भेदने में नाकाम रहा।

तीसरे क्वॉर्टर में ऑस्ट्रेलिया ने भारत के ऊपर कई जोरदार हमले किए। उसे इस क्वार्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर भी मिले, हालांकि भारत के शानदार डिफेंस के आगे वो गोल करने में नाकाम रहे। तीसरे क्वार्टर के समाप्त होने के बाद भी टीम इंडिया ने 1-0 की बढ़त बनाए रखी।

आखिरी क्वार्टर में भी भारत के शानदार डिफेंस का ऑस्ट्रेलिया के पास कोई जवाब नहीं था, हालांकि 51वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने गजब का बचाव करते हुए उसके प्रयास को नाकाम कर दिया। इसके बाद 52वें मिनट में सविता ने एक और अटैक का शानदार बचाव किया और अंत में भारत ने 1-0 से ये निर्णायक जीत हासिल की

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